देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद स्थित मुरादनगर में श्मशान घाट में हुए हादसे में सोमवार को ईओ निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल सिंह और सुपरवाइजर आशीष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ठेकेदार अजय त्यागी अभी फरार है। मुरादनगर में श्मशान घाट पर हुए हादसे में मारे गए लोगों की संख्या 24 हो गई है।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) डॉ. ईरज राजा के मुताबिक पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा तीनों को गिरफ्तार किया है। वहीं, मृतकों के परिजनों शवों को सोमवार सुबह मुरादनगर में दो जगह शव रख जाम लगा दिया है। इसके कारण कई अन्य रास्तों पर भी भारी ट्रैफिक जाम लग गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घटना में मारे गए लोगों की मांग है कि यूपी सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा इन लोगों ने मृतकों के आश्रितों को 15 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग रखी है। ये सभी लोग जिस मेरठ-गाजियाबाद हाइवे पर धरना देने बैठे हैं, वहां सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि, रविवार को तेज बारिश के कारण मुरादनगर में बंबामार्ग पर स्थित श्मशान घाट परिसर की छत और दीवार गिर गई। घटना के समय श्मशान घाट पर अंत्येष्टि हो रही थी और इस दौरान वहां एका 40 से अधिक लोग मलबे में दब गए। हादसे में 24 लोगों की मौत हो गयी है और कई अन्य घायल हुए हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर शोक जताया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए की अर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। (इंपुट: एजेंसियों के साथ)