समाचार चैनल इंडिया टीवी के चेयरमैन व एडिटर इन चीफ रजत शर्मा अपने एक ट्वीट को लेकर एक बार फिर से सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए है, लोग उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। यूजर्स उनके ट्वीट पर कह रहे हैं कि, दूसरों को ज्ञान देने से पहले अपना चरित्र तो देख लेते और यह सब बातें अपने आप पर लागू करके देखो।
दरअसल, वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने बुधवार (1 दिसंबर) को अपने ट्वीट में लिखा, “अंधेरे को हटाने में समय बर्बाद मत करो, दीये को जलाने में समय लगाओ। दूसरों को नीचा दिखाने में नहीं, खुद को ऊँचा उठाने में समय लगाओ।”
रजत शर्मा का यह ट्वीट सोशल मीडिया यूजर्स को पसंद नहीं आया और उन्होंने उन्हें ट्रोल करना शुरु कर दिया। रजत शर्मा के इस ट्वीट को किसी ने अर्नब गोस्वामी से जोड़कर समझा तो किसी ने किसान आंदोलन से और यूजर्स ने सोशल मीडिया पर खिंचाई शुरू कर दी।
“अंधेरे को हटाने में समय बर्बाद मत करो, दीये को जलाने में समय लगाओ. दूसरों को नीचा दिखाने में नहीं, खुद को ऊँचा उठाने में समय लगाओ. “
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) December 1, 2020
एक यूजर ने लिखा, “पर उपदेश कुशल बहुतेरे। भारतीयों की आवाज बन चुके राष्ट्रवादी पत्रकार अर्नब गोस्वामी जी के मामले में तो आपने ना तो न्याय हेतु बुलंद आवाज का दीपक ही जलाया और ना ही उनको तथा उनके चैनल को नीचा दिखाने में, पूरी ताकत लगाने से प्रतिवारित रहे।आपके मुख से ऐसे उपदेश शोभा नहीं देते हैं।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “रजत शर्मा जी, आपने अरनब गोस्वामी के प्रति अपनी भड़ास निकाल के जिंदगी की सबसे बड़ी गलती करली हे। साफ हो गया हे की आप सिद्धांत का चोला फेंक देंगे अगर वक़्त आया की सिद्धांत और अपने हितों के बीच चुनाव करना हो। 25 साल से आपकी भीनी मुस्कराहट के दीवाने थे अब वो कुटिल लगती हे।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “रजत शर्मा जी एक तरफ़ा पत्रकारिता करके आपने खुद को नीचे गिरादिया विपक्ष को तुम सब गोदी मीडिया ने मोदी मोदी करके मोदी की झूठी तारीफ कर कर के जनता की नजर मे बदनाम किया है तुम मीडिया वाले विपक्ष की आवाज़ दबा रहे हो और देश को बरबादी की और ले जा रहे हो।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “और आप तो सारा दिन कांग्रेस को बदनाम करने पर लगे रहते हो,किसानों को अतंकवादी बताते हो मुसलमान को पाकिस्तानी बताते हो, दूसरों को ज्ञान देने से पहले अपना चरित्र तो देख लेते और यह सब बातें अपने आप पर लागू करके देखो।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “तुम ज्ञान ना ही दो तो बेहतर, तुम कभी देश के साथ खड़े नहीं दिखे। तुम 50 साल से RSS की तरह देश को तोड़ने बात करते हो। तुम लोगों की नज़र मे पत्रकार कम आतंकवादी ज्यादा लगते हो।” इसी तरह तमाम यूजर्स रजत शर्मा के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट:
"पर उपदेश कुशल बहुतेरे"।भारतीयों की आवाज बन चुके राष्ट्रवादी पत्रकार श्री अर्नब गोस्वामी जी के मामले में तो आपने ना तो न्याय हेतु बुलंद आवाज का दीपक ही जलाया और ना ही उनको तथा उनके चैनल को नीचा दिखाने में,पूरी ताकत लगाने से प्रतिवारित रहे।आपके मुख से ऐसे उपदेश शोभा नहीं देते हैं।
— Umesh Pandey (@UmeshPa00299568) December 1, 2020
रजत शर्मा जी,
आपने अरनब गोस्वामी के प्रति अपनी भड़ास निकाल के जिंदगी की सबसे बड़ी गलती करली हे.
साफ हो गया हे की आप सिद्धांत का चोला फेंक देंगे अगर वक़्त आया की सिद्धांत और अपने हितों के बीच चुनाव करना हो.
25 साल से आपकी भीनी मुस्कराहट के दीवाने थे अब वो कुटिल लगती हे.
— Rashtra Bhakt (@DKMHT) December 1, 2020
जब अरनब गोस्वामी के साथ अत्याचार हो रहा था तो ये महानुभव बिल्कुल चुप थे। बात बड़ी बड़ी करते हैं लेकिन अपने ऊपर नहीं अपनाते ।
— Sandeep Mishra (@sandeepm_mishra) December 1, 2020
आप ठीक कह रहे हो।
बिल्कुल सही कहा आपने, लेकिन अर्णब और जनता को नीचा दिखाने की कोशिश आपने की क्या सिर्फ इसलिये क्योंकि आपकी सोच में आप नैतिक हो बाकी सब बेकार हैं।
— Durgesh Kumar Upadhayay® (@009Durgesh) December 1, 2020
राजतजी आपने तो अर्णब गोस्वामी मामले में तो आपका आचरण बिल्कुल उल्टा था । उस राष्ट्रवादी पत्रकार और चैनल के समर्थन में आपने कुछ नही किया । पूरा दलाल मीडिया उनके खिलाफ था परंतु सच की हमेशा जीत होती है और वह जीते ।
— B L Panjeriya (@BPanjeriya) December 2, 2020
काश आप अपने ऊपर ये बात लागू कर पाते तो देशवासी आपसे इतनी घृणा न करते… द्वेषवस अर्णव गोस्वामी के प्रति जो आपका attitude रहा है उसकी वजह से आपने अपने आपको बहुत नीचा गिरा लिया है..
— Chandra Khare (@imchandrak) December 1, 2020
तुम ज्ञान ना ही दो तो बेहतर
तुम कभी देश के साथ खड़े नहीं दिखे
तुम 50 साल से RSS की तरह देश को तोड़ने बात करते हो
तुम लोगों की नज़र मे पत्रकार कम आतंकवादी ज्यादा लगते हो— Noor Sheikh (@SheaikhNoor) December 1, 2020
रजत जी। संवाददाता आम आदमी का विश्वास खो चुके हैं। राजनैतिक दल खुल कर मीडिया को इस्तेमाल करते हैं। बाबू लोग तो करते थे और करते रहेंगे। क्यूं की पैसे उन्हीं की द्वारा मीडिया को मिलता है। जब पैसा इन्सान का नंबर वन ज़रूरत हो गया है, भारी पैसा के सामने मीडिया ईमानदारी नामुमकिन है।
— saroj indian (@Saroj_ini) December 1, 2020
रजत जी , आप तो पक्के भक्त हो। काश आप निष्पक्ष राय रखते तो हमें अच्छे लगते। आप पर तो हमें शर्म आती है।
— Dinesh (@Dinesh55977246) December 1, 2020
रजत sarma जी एक तरफ़ा पत्रकारिता करके आपने खुद को नीचे गिरादिया विपक्ष को तुम सब गोदी मीडिया ने मोदी मोदी करके मोदी की झूठी तारीफ कर कर के जनता की नजर मे बदनाम किया है तुम मीडिया वाले विपक्ष की आवाज़ दबा रहे हो और देश को बरबादी की और ले जा रहे हो pic.twitter.com/13lPJLzWlQ
— ok?newz (@wasimkh73192201) December 1, 2020
काश ये बाते आपने अपने आपको सिखाई होती… ये बात आपसे कहता हैभारत . और रिपब्लिक भारत देखता है भारत
— Deep (@DeepakBachas) December 1, 2020