राफेल घोटाले पर ‘जनता का रिपोर्टर’ द्वारा सरकार को बेनकाब करने वाली रिपोर्ट की हुई पुष्टि, CAG की रिपोर्ट मे राफेल सौदे की जांच शामिल नहीं

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नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) द्वारा रक्षा ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट्स की परफॉर्मेंस रिपोर्ट सरकार को सौंपे जाने के आठ महीने बाद संघीय ऑडिटर के शीर्ष सूत्र ने खुलासा किया है कि रिपोर्ट में फ्रांसीसी कंपनी द्वारा खरीदे गए राफेल विमानों से संबंधित किसी भी ऑफसेट सौदे का कोई उल्लेख नहीं है।

राफेल

 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार को अभी यह रिपोर्ट संसद में पेश करना बाकी है। रक्षा मंत्रालय ने ऑडिटर से राफेल ऑफसेट से संबंधित कोई जानकारी होने से इनकार किया है। ऑडिट से जुड़े लोगों ने कहा है कि रक्षा मंत्रालय ने सीएजी से कहा है कि राफेल की फ्रांसीसी निर्माण कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने कहा है कि केवल तीन साल के बाद ही वह अपने ऑफसेट पार्टनर्स के कान्ट्रैक्ट्स की कोई जानकारी साझा करेगी।

बता दें कि, पिछले महीने ही भारत को फ्रांस से पांच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप हासिल हुई। राजग सरकार ने 23 सितंबर, 2016 को फ्रांस की एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन के साथ 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। साल 2016 में अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर के बाद दासो एविएशन 36 से 67 महीने के बीच सभी विमानों को उड़ती हालत में मुहैया कराने पर सहमत हुआ था।

ऐसा पता चला है कि दिसंबर 2019 में सरकार को सौंपे गए अपने परफॉर्मेंस ऑडिट रिपोर्ट में सीएजी ने केवल 12 रक्षा ऑफसेट सौदों की समीक्षा की है। सूत्रों ने कहा, ‘रक्षा मंत्रालय ने हमें बताया है कि राफेल के फ्रांसीसी निर्माता ने अभी तक ऑफसेट सौदे से संबंधित कोई जानकारी साझा नहीं की है।’

सीएजी रिपोर्ट में राफेल ऑफसेट सौदे की जांच शामिल नहीं किए जाने की रिपोर्ट पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट किया, “राफेल के लिए भारत सरकार के खजाने से पैसा चुराया गया।” इसके साथ ही उन्होंने सच को लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के एक कथन का उद्धरण करते हुए लिखा, “सच एक है, रास्ते कई हैं।”

सरकार ने राफेल सौदे में किसी भी तरह के गलत काम से इनकार किया है, लेकिन संघीय ऑडिटर ने दसॉल्ट एविएशन के साथ विवादास्पद रक्षा सौदे को शामिल नहीं करने के ताजा खुलासे से ‘जनता का रिपोर्टर’ द्वारा पहले उजागर किए गए भ्रष्टाचार के उदाहरणों की पुष्टि की है।

नवंबर 2017 में अपनी तीन भाग श्रृंखला में ‘जनता का रिपोर्टर’ ने पहली बार फ्रांसीसी कंपनी दसॉल्ट एविएशन से राफेल जेट की खरीद में घोटाले को उजागर किया था।  (You can read them here Part 1 and Part 2 and Part 3)।

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