राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद पहली बार भोपाल पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘टाइगर अभी जिंदा है।’ ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस बयान पर अब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी पलटवार किया है। दिग्विजय सिंह ने भी उनके पिता माधवराव सिंधिया से दोस्ती का सहारा लेकर वार किया है। उन्होंने कहा है कि मैं और माधवराव सिंधिया जी मिलकर शेर का शिकार किया करते थे।
राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, “जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था, तब मैं और श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे। इंदिरा जी के वाइल्डलाइफ़ कंज़र्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूँ।”
जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था, तब मैं और श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे। इंदिरा जी के वाइल्डलाइफ़ कंज़र्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूँ।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 3, 2020
यही नहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया पर वार करने के लिए दिग्विजय सिंह ने उनके और शिवराज के पुराने वीडियो भी शेयर किए हैं, जिस में दोनों एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि समय बड़ा बलवान। ना जानें इस मंत्रिमंडल गठन ने कितने बीजेपी के ‘टाइगर’ जिंदा कर दिए। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि शेर का सही चरित्र आप जानते हैं? एक जंगल में एक ही शेर रहता है।
समय बड़ा बलवान।
भाजपा का भविष्य!! ना जाने इस मंत्रीमंडल गठन ने कितने भाजपा के “टाइगर” ज़िंदा कर दिये। देखते जाइये। pic.twitter.com/j6ozEXfIxk— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 3, 2020
वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सिंधिया के टाइगर वाले बयान पर उनका मजाक उड़ाया। एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा- “आजकल के नक़ली टाइगर ज़िंदा रहने को ही उपलब्धि समझ रहे हैं।”
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि, ‘न मुझे कमलनाथ से प्रमाणपत्र चाहिए और न दिग्विजय सिंह से। प्रदेश के सामने तथ्य है कि 15 महीनों में इन्होंने किस तरह प्रदेश का भंडार लूटा है, और खुद ले लिया। वादा खिलाफी का इतिहास देखा है। मैं दोनों से यही कहना चाहता हूं कि टाइगर अभी जिन्दा है।’
मध्य प्रदेश के विकास, प्रगति, उन्नति और मेरे प्रदेशवासियों की रक्षा के लिए टाइगर अभी ज़िंदा है। pic.twitter.com/PEIi2vH7mj
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 2, 2020