जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व नेता और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच, उन्होंने गालवान घाटी में हुई झड़प, कोरोना वायरस और देश के आर्थिक विकास को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा है।

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार (20 जून) को ट्वीट कर लिखा, “कोरोना से लड़ाई 21 दिनों में जीती गई और चीन से तो लड़ने कोई आया ही नही! अब बचा आर्थिक विकास तो उसको सरकारी डेटा वाले ही ठीक कर लेंगे… चिंता की कोई बात नहीं क्योंकि सरकार बता रही है कि सब ठीक है। बाक़ी आत्मनिर्भर बनने के लिए चुनाव प्रचार से जुड़े रहिए। #झूठी_सरकार”
#Corona से लड़ाई 21 दिनों में जीती गई और #China से तो लड़ने कोई आया ही नही! अब बचा आर्थिक विकास तो उसको सरकारी डेटा वाले ही ठीक कर लेंगे….चिंता की कोई बात नहीं क्योंकि सरकार बता रही है कि सब ठीक है।
बाक़ी आत्मनिर्भर बनने के लिए चुनाव प्रचार से जुड़े रहिए।#झूठी_सरकार
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) June 20, 2020
प्रशांत किशोर ने बीते दिन ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था, ‘राज्यों में चुनावों की तैयारी हो या राज्यसभा की सीटों के लिए वोटों का जुगाड़, हमारे सिस्टम की दक्षता और हमारे नेतृत्व के परिणाम सभी को देखने के लिए हैं। बाकी चीन से लेकर कोविड और अर्थव्यवस्था में मंदी तक, ये आत्मनिर्भर भारत के लोगों के लिए है कि वो उनका ख्याल रखें।’
राज्यों में चुनावों की तैयारी हो या राज्यसभा की सीटों के लिए वोटों का जुगाड़…the EFFICIENCY of our system & RESOLVE of our leadership is for ALL to see!
For the rest from #China to #COVID to #economic_slowdown it is for the people of #आत्मनिर्भर_भारत to take care of themselves
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) June 19, 2020
गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-चीन तनाव पर शुक्रवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कहा कि न कोई हमारे क्षेत्र में घुसा और न ही किसी ने हमारी चौकी पर कब्जा किया है। उन्होंने कहा कि, चीन ने जो किया है उससे पूरा देश आहत और आक्रोशित है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘एक तरफ सेना को जरूरी कदम उठाने के लिए आजादी प्रदान की गई है, वहीं भारत ने कूटनीतिक तरीकों से चीन को अपने रुख से स्पष्ट रूप से अवगत करा दिया है।’’
पीएम मोदी के इस बयान पर विपक्षी दल के नेता तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं। बता दें कि, भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों के शहीद होने पर देशभर में गुस्सा है।