प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद शुरुआती तौर पर 1000 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बंगाल फिर से उठ खड़ा होगा। पीएम मोदी ने कहा कि वह इस दुख की घड़ी में पश्चिम बंगाल के साथ हैं। पीएम ने कहा कि बंगाल कोरोना और अम्फान जैसी दो आपदाओं से एक साथ लड़ रहा है।
उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ स्थिति की समीक्षा के बाद एक वीडियो संदेश में मोदी ने चक्रवात ‘अम्फान’ की चपेट में आकर जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की।
चक्रवात की चपेट में आने से अभी तक राज्य में कम से कम 77 लोगों की जान जा चुकी है। उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में बुनियादी ढांचे, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘मैं राज्य को 1,000 करोड़ रुपये की अंतरिम मदद देने की घोषणा करता हूं। घरों के अलावा कृषि, बिजली और अन्य क्षेत्रों को पहुंचे नुकसान का विस्तृत आकलन किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘संकट और निराशा के इस समय में पूरा देश और केन्द्र बंगाल के लोगों के साथ है।’’
इससे पहले मोदी पूर्वाह्न 10 बजकर 50 मिनट पर कोलकाता हवाईअड्डा पहुंचे, जहां राज्यपाल जगदीप धनखड़, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने सीएम ममता बनर्जी के साथ अम्फान प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया।
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान अम्फान से पश्चिम बंगाल में 77 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग बेघर हो गए। राज्य के कई हिस्सों में तबाही मची और पुल बह गए तथा निचले इलाके जलमग्न हो गए। इस चक्रवात ने ओडिशा में भी जमकर उत्पात मचाया। राज्य के बड़े हिस्से में कई लोग बेघर हो गए हैं। यहां इस तूफान से बहुत सी चीजें प्रभावित हुई हैं, जिनमें बिजली, इंटरनेट कनेक्शन और संचार के अन्य साधन शामिल हैं। बता दें कि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी से राज्य का दौरा करने की मांग की थी।