महिला सहकर्मी के यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद पिछले साल मई में निलंबित किए गए एयर इंडिया के एक वरिष्ठ पायलट को सेवा में बहाल कर दिया गया है। हालांकि, पायलट को आंतरिक समिति की जांच में दोषी पाया गया है और उस पर ‘भारी जुर्माना’ लगाया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि समिति ने कैप्टन सचिन गुप्ता पर ‘भारी जुर्माना’ लगाया है। गुप्ता ने कथित तौर पर अपनी सजा के खिलाफ उच्च प्राधिकरण से अपील की है।
(Reuters File Photo)एयर इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक (उत्तरी क्षेत्र), पीएस नेगी ने इस मामले पर विशिष्ट प्रश्नों के जवाब में समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) से कहा, एयर इंडिया की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) ने जांच की और कैप्टन सचिन गुप्ता को दुराचार के आरोपों में दोषी पाया। उन्होंने बताया कि अनुशासनात्मक कार्रवाई करने वाले प्राधिकरण ने कैप्टन सचिन गुप्ता पर कंपनी के सेवा नियम के तहत तत्काल ‘भारी जुर्माना’ लगाया।
उन्होंने बताया, ‘इन सेवा नियमों को ध्यान में रखते हुए, कैप्टन सचिन गुप्ता ने दी गई सजा के खिलाफ अब अगले उच्च प्राधिकरण/सीएमडी (अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक) के समक्ष अपील दायर की है। गुण-दोष के आधार पर उक्त अपील की जांच की जाएगी और योग्य अपीलीय प्राधिकारी उचित समय पर इस मामले पर विचार करेगा।’
एयर इंडिया के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर पीटीआई (भाषा) को बताया कि गुप्ता को अनुदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
अपनी शिकायत में जूनियर महिला सहकर्मी ने कहा था कि प्रशिक्षक ने प्रशिक्षण सत्र समाप्त होने के बाद हैदराबाद शहर के एक रेस्तरां में रात का भोजन करने का ऑफर दिया। मैं सहमत थी क्योंकि मैंने उनके साथ कुछ उड़ानों के दौरान साथ रही थी और वह सभ्य लग रहे थे। महिला पायलट ने अपनी शिकायत में कहा था कि उन्होंने मुझे यह बताना शुरू किया कि वह अपने विवाहित जीवन में कितने उदास और दुखी थे। उन्होंने मुझसे यह भी पूछा कि मैं अपने पति के साथ कैसे रह रही हूं और क्या तुम्हे रोज सेक्स करने की जरूरत पड़ती है। उसने उससे यह भी पूछा कि क्या वह हस्तमैथुन करती है।