नागरिकता संशोधन बिल (कैब) के खिलाफ जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच भारत ने शुक्रवार को घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के उनके समकक्ष शिंजो आबे के बीच होने वाला सालाना शिखर सम्मेलन स्थगित हो गया है। यह शिखर वार्ता गुवाहाटी में होने वाली थी। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के प्रस्तावित भारत दौरे के संबंध में दोनों पक्षों ने निकट भविष्य में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर दौरा रखने का फैसला किया है।’’
बता दें कि, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों असम, मेघालय और त्रिपुरा में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं।
With reference to the proposed visit of Japanese PM @AbeShinzo to India, both sides have decided to defer the visit to a mutually convenient date in the near future.
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) December 13, 2019
असम में विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होने के बीच हजारों की संख्या में लोगों ने गुरुवार को गुवाहाटी में कर्फ्यू का उल्लंघन किया और सड़कों पर उतरे। राज्य में पुलिस गोलीबारी में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। विरोध प्रदर्शन के चलते राज्य में यातायात सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं। ट्रेनों के साथ-साथ गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ जाने वाली कई उड़ानें भी रद्द हुई हैं।
विवादित नागरिकता (संशोधन) विधेयक (कैब) को लोकसभा और राज्यसभा से पारित होने के बाद गुरुवार रात को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मंजूरी दे दी थी। इसके साथ ही विधेयक कानून में तब्दील हो गया है। इस कानून के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं और जिन्हें उनके देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना पड़ा है, उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा, बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी।