कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की राहुल गांधी की औपचारिक घोषणा पर पार्टी महासचिव और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार (4 जुलाई) को कहा कि वह अपने भाई के फैसले का सम्मान करती हैं। कांग्रेस अध्यक्ष से इस्तीफा देने के एक दिन बाद बहन प्रियंका ने अपने भाई के फैसले का बचाव करते हुए राहुल के फैसले को साहसिक बताया है।
बता दें कि राहुल ने एक दिन पहले ही एक भावुक पत्र लिखकर पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आपके भीतर जो साहस है वो कुछ ही लोगों में होता है। आपके निर्णय का दिल से सम्मान करती हूं।’’
Few have the courage that you do @rahulgandhi. Deepest respect for your decision. https://t.co/dh5JMSB63P
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 4, 2019
इससे पहले अशोक गहलोत सहित पार्टी के कई नेताओं ने उम्मीद जताई कि राहुल गांधी एक बार फिर कांग्रेस नेतृत्व संभालने पर विचार करेंगे। अहमद पटेल और आनंद शर्मा सहित अन्य नेताओं ने यह भी कहा है कि इस्तीफे के बाद भी राहुल गांधी उनके नेता बने रहेंगे।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद से अध्यक्ष पद छोड़ने को लेकर बनी असमंजस की स्थिति का स्पष्ट करते हुए राहुल गांधी ने बुधवार को इस्तीफे की औपचारिक घोषणा कर दी और कहा कि पार्टी के ‘भविष्य के विकास’ के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है।
इस्तीफे की औपचारिक घोषणा
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद से अपने इस्तीफे को लेकर बनी असमंजस की स्थिति और अटकलों पर विराम लगाते हुए राहुल गांधी ने बुधवार को त्यागपत्र की औपचारिक घोषणा कर दी और पार्टी को सुझाव दिया कि नया अध्यक्ष चुनने के लिए एक समूह गठित किया जाए क्योंकि उनके लिए यह उपयुक्त नहीं है कि इस प्रक्रिया में शामिल हों। चुनावी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की ‘‘भविष्य के विकास’’ के लिए उनका इस्तीफा देना जरूरी था।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि, कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था। इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे पर अड़े हुए थे। हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया था कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें।