बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम यानी चमकी बुखार की वजह से अब तक करीब 130 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं, मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल के आईसीयू के अंदर से लाइव रिपोर्टिंग कर सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आईं समाचार चैनल आजतक की मशहूर एंकर और कार्यकारी संपादक अंजना ओम कश्यप पर अब अर्नब गोस्वामी ने भी निशाना साधा है।
रिपब्लिक टीवी के संस्थापक अर्नब गोस्वामी ने शुक्रवार रात अंजना ओम कश्यप को मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल में आईसीयू में प्रवेश करने और डॉक्टरों और नर्सों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए निशाना साधा। दिल्ली के चैनलों पर अनुकूल रिपोर्टिंग के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ समझौता करने का आरोप लगाते हुए गोस्वामी ने आजतक के एंकरों पर नर्सों और डॉक्टरों पर हमला करने का भी आरोप लगाया क्योंकि उनके पास बिहार में भाजपा-जदयू नेताओं से कठिन सवाल पूछने की हिम्मत नहीं थी।
अपने एक अतिथि शांतनु गुप्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गोस्वामी ने कहा, सबसे पहले, यह पूछें कि दिल्ली नेटवर्क और उसके पत्रकार जो आईसीयू के अंदर चले गए और नर्सों को हिला दिया। मैं ऐसा नहीं करता हूं। उन्होंने और भी मुखर रूप से प्रतिक्रिया व्यक्त कि, ‘सबसे पहले, लुटियंस मीडिया के साथ मुझे क्लब न करें। आप जानते हैं कि किस चैनल ने ऐसा किया। यदि आपके पास हिम्मत है, तो जाओ और उस चैनल से पूछो। यदि आपके पास हिम्मत है, तो अगली बार जब आप उस चैनल पर हों, तो उस चैनल से पूछें। पूरा देश आज उनसे पूछ रहा है, उनसे पूछें कि वे आईसीयू के अंदर क्यों गए।’
गोस्वामी ने समझाया कि अंजना ओम कश्यप ने विवादास्पद रूप से आईसीयू में प्रवेश क्यों किया। उनका जवाब शायद अरूण पुरी और इंडिया टुडे मीडिया समूह के अन्य वरिष्ठ प्रबंधन को अच्छा नहीं लगेगा। गोस्वामी ने समूह पर भाजपा नेताओं से असहज सवाल पूछने की हिम्मत की कमी का आरोप लगाया। “वे (इंडिया टुडे पत्रकार) आईसीयू के अंदर गए क्योंकि उन्हें आपसे पूछने की हिम्मत नहीं है… वे डॉक्टरों को खलनायक बनाने की कोशिश कर रहे हैं और मैं उनसे असहमत हूं।
नाराज गोस्वामी ने भाजपा समर्थक पत्रकार को जवाब देते हुए कहा, जहां तक मीडिया की भूमिका का सवाल है, मैं आपको यह बता दूं। मैं आपको यह स्पष्ट बता रहा हूं। मैंने यह कहा था कि एक दिन (मेज पर थिरकते हुए) कि मीडिया जिम्मेदार है … सिर्फ इसलिए कि अब तक नीतीश (कुमार) ने मीडिया के साथ एक सौदा किया था। दो मिनट की समाचार रिपोर्ट हो, यह नहीं होगा। अपने अतिथि मधु किश्वर को संबोधित करते हुए, गोस्वामी ने कहा, बाकी मीडिया के साथ एक सौदा हुआ, मुझे यकीन है। एक सौदे के बिना, यह रिपोर्ट क्यों नहीं की गई?
बता दें कि मुजफ्फरपुर के अस्पतालों से कुछ पत्रकारों की रिपोर्टिंग को लेकर सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं, जिनमें अंजना ओम कश्यप का भी एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। अंजना पर मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों का इलाज कर रहे एक डॉक्टर को कथित तौर पर परेशान करने और अपमानित करने के आरोप लग रहे हैं। कई बड़े पत्रकारों ने ट्वीट कर इंडिया टुडे सहित बिना नाम लिए अंजना पर निशाना साधा है।
लगातार आलोचनाओं का सामना कर रहीं अंजना ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा, “अस्पताल में अप्रबंधन और बेरूखी का सच सामने लाना ज़रूरी था, है, रहेगा। ICU में आए बच्चों को अटेंडे करना ज़रूरी था, है, रहेगा। प्रोपोगेंडा वाले आज 108 बच्चों की मौत भूल गए। डॉक्टर के लिए मगरमच्छी सहानुभूति दिखाने वालों, हेकलिंग का प्रपोगैंडा बंद करिए, फिर याद दिला दूं- अब तक 108 बच्चों की मौत।”
this is @aajtak @anjanaomkashyap reporting.
This is the kind of media promoted voilence against doctors.
Is providing the infrastructure also now doctor responsibility? Look at the doctor patient ratio?
What can 1 doctor do with 100 patients admitted@IMAIndiaOrg @NitishKumar pic.twitter.com/ROrwof9REJ— Dr Kafeel Khan (@drkafeelkhan) June 18, 2019