उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की निर्मम हत्या कर दी गई। पूरे देश में इस घटना को लेकर गुस्सा भरा हुआ है। दरअसल, अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के बूढ़ा गांव में 31 मई को बच्ची का अपहरण कर लिया गया था और उसका शव तीन दिन बाद मिला। बच्ची के परिजनों ने इसे लेकर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी। पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ खतरनाक एक्ट राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA यानी रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस के अनुसार, आपसी रंजिश में इस वीभत्स हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। मामला पैसों के लेन-देन से जुड़ा बताया गया है, जिसमें पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुल्हाड़ी ने कहा कि 31 मई को बच्ची के परिजनों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया था। 2 जून को बच्ची का शव एक अज्ञात जगह पर चुन्नी में लिपटा मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है, बच्ची की हत्या गला दबाकर की गई।
पुलिस ने कहा, ‘हम इस मामले की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत करेंगे और इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजेंगे।’ बता दें कि ढाई साल की बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और फिर क्षत-विक्षत शव को कूड़े में फेंक दिया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, इतनी घिनौनी और भयावह वारदात के पीछे की वजह महज 10,000 रुपये है। मृत बच्ची के पिता ने 10,000 रुपये का कर्ज लिया था।
जब वो उसे नहीं चुका पाया तो आरोपियों ने बच्ची को अगवा कर लिया। तीन दिन बाद घर के पास के कूड़ाघर में बच्ची का शव मिला। इस हत्याकांड को लेकर सोशल मीडिया पर गुस्सा भड़का हुआ है। आम से लेकर सेलेब्स तक ने हत्यारों को फांसी पर चढ़ाने की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर हिंदुत्व विचारधारा के समर्थकों द्वारा जो पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं उसमें बच्ची के साथ रेप का भी जिक्र है, लेकिन अलीगढ़ पुलिस ने इससे इंकार किया है।
इस बीच इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करके दुख जताया है। प्रियंका ने ट्वीट किया, “अलीगढ़ की मासूम बच्ची के साथ हुई अमानवीय और जघन्य घटना ने हिलाकर रख दिया है। हम ये कैसा समाज बना रहे हैं? बच्ची के माता-पिता पर क्या गुजर रही है ये सोचकर दिल दहल जाता है।अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
अलीगढ़ की मासूम बच्ची के साथ हुई अमानवीय और जघन्य घटना ने हिलाकर रख दिया है। हम ये कैसा समाज बना रहे हैं? बच्ची के माता-पिता पर क्या गुजर रही है ये सोचकर दिल दहल जाता है।अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। https://t.co/2DUSCOm5qe
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 7, 2019
वहीं, प्रियंका के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले पर ट्वीट कर दुख व्यक्त किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, “उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मासूम बच्ची की दर्दनाक हत्या ने मुझे हैरान और परेशान कर दिया है। कैसे कोई इंसान एक बच्चे के साथ ऐसी बर्बरता कर सकता है? इस भयानक अपराध के लिए हर हाल में सजा मिलनी चाहिए। उत्तर प्रदेश पुलिस को हत्यारों को सजा दिलाने के लिए तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए।”
The horrific murder of a little girl in Aligarh, UP has shocked and disturbed me. How can any human being treat a child with such brutality? This terrible crime must not go unpunished. The UP police must act swiftly to bring the killers to justice.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 7, 2019
रेप की नहीं हुई पुष्टि
पुलिस ने बताया कि मामला दो समुदायों से जुड़ा होने की वजह से मौके पर बड़े पैमाने पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने गुरुवार को बताया कि गत 31 मई को टप्पल से लापता हुई तीन साल की बच्ची का क्षत-विक्षत शव गत दो जून को उसके घर के पास एक कूड़े के ढेर में दबा पाया गया था। बच्ची के पिता बनवारी लाल शर्मा की शिकायत पर जाहिद और असलम नामक व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों पर NSA के तहत कार्यवाही की जा रही है। पुलिस द्वारा FTC कोर्ट में पैरवी की जाएगी।एसएसपी ने बताया कि बच्ची के परिजनों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।
उक्त प्रकरण मे @sspaligarh @ips06akash महोदय द्वारा दी गयी बाईट । pic.twitter.com/DgnmIHtIwe
— ALIGARH POLICE (@aligarhpolice) June 6, 2019
पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में पता चला है कि दोनों आरोपियों का बच्ची के पिता से धन के लेन-देन को लेकर झगड़ा हुआ था। एसएसपी ने बताया कि बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची से रेप की बात सामने नहीं आई है। उसकी गला दबाकर हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि वारदात की गंभीरता को देखते हुए दोनों अभियुक्त पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाए जाने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। मामले की फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई कराए जाने की भी प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि मामला दो समुदायों से जुड़ा होने की वजह से कल पैदा हुए तनाव के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।