बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की नेता राबड़ी देवी की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाते हुए अपमानजनक ट्वीट कर आजतक के एंकर निशांत चतुर्वेदी सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने निशांत के ट्वीट पर पलटवार करते हुए निशाना साधा है। वहीं, सोशल मीडिया पर तमाम वरिष्ठ पत्रकारों ने एंकर द्वारा राबड़ी देवी पर किए गए ट्वीट को ‘शर्मनाक’ करार दिया है।
दरअसल, राबड़ी देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए एक ट्वीट किया, “मोदी कल लीची के शहर मुज़फ़्फ़रपुर आए थे लोगों ने उनके आम खाने के तरीक़े के बाद पूछा कि लीची कैसे खाते है? काटकर, चूसकर या वाश-बेसिन पर खड़ा होकर? पीएम ने जवाब ही नहीं दिया क्योंकि पूछने वाला कोई हीरो-हिरोइन नहीं था? जवाब नहीं सूझा क्योंकि सवाल पूर्व निर्धारित और नियोजित नहीं था।”
मोदी कल लीची के शहर मुज़फ़्फ़रपुर आए थे लोगों ने उनके आम खाने के तरीक़े के बाद पूछा कि लीची कैसे खाते है?
काटकर, चूसकर या वाश-बेसिन पर खड़ा होकर? पीएम ने जवाब ही नहीं दिया क्योंकि पूछने वाला कोई हीरो-हिरोइन नहीं था? जवाब नहीं सूझा क्योंकि सवाल पूर्व निर्धारित और नियोजित नहीं था।
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) May 1, 2019
इस ट्वीट पर आजतक के एंकर निशांत चतुर्वेदी ने पूर्व सीएम की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाते हुए लिखा, “अच्छा जी राबड़ी देवी जी भी ट्वीट करती है ?कोई इनसे बोले कि ये बस तीन बार ट्विटर बोलकर बता दें ?”
अच्छा जी राबड़ी देवी जी भी ट्वीट करती है ?
कोई इनसे बोले कि ये बस तीन बार ट्विटर बोलकर बता दें ?#LoksabhaElections2019 #Bihar #lalu https://t.co/jQs0VwQptr
— Nishant Chaturvedi (@nishantchat) May 2, 2019
निशांत के इस अपमानजनक ट्वीट पर पलटवार करते हुए राबड़ी देवी ने लिखा, “बेटा तेरे जैसे पतलकारों को बहुत पसीना पोंछवाया है। वोट की ताक़त से लोकतांत्रिक तरीक़े से 8 साल देश के दूसरे सबसे बड़े सूबे (बिहार-झारखंड) की मुख्यमंत्री रही हूँ। मोदी से सवाल पूछा तो तोहार पेट में मरोड़े क्यों छूटे? तबियत ठीक बा नू..”
बेटा तेरे जैसे पतलकारों को बहुत पसीना पोंछवाया है। वोट की ताक़त से लोकतांत्रिक तरीक़े से 8 साल देश के दूसरे सबसे बड़े सूबे (बिहार-झारखंड) की मुख्यमंत्री रही हूँ।
मोदी से सवाल पूछा तो तोहार पेट में मरोड़े क्यों छूटे? तबियत ठीक बा नू.. https://t.co/vCdoArA4IC
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) May 2, 2019
वहीं, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने लिखा, “कोई नहीं निशान्त जी,आपकी माता जी यानि हमारी भी आदरणीय एवं सम्माननीय माता श्री तीन बार नहीं एक बार भी ट्विटर बोलती होंगी या नहीं बोलती होंगी लेकिन फिर भी हमारे लिए उतनी ही सम्माननीय रहेंगी। थोड़ा ऊँचा सोचिए ताकि @aroonpurie जी Funny Videos दिखाने की बजाय आपको कुछ डिबेट शो दे सके।”
कोई नहीं निशान्त जी,आपकी माता जी यानि हमारी भी आदरणीय एवं सम्माननीय माता श्री तीन बार नहीं एक बार भी ट्विटर बोलती होंगी या नहीं बोलती होंगी लेकिन फिर भी हमारे लिए उतनी ही सम्माननीय रहेंगी। थोड़ा ऊँचा सोचिए ताकि @aroonpurie जी Funny Videos दिखाने की बजाय आपको कुछ डिबेट शो दे सके । https://t.co/cvpG0Ph6Bg
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 2, 2019
सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए निशांत
सोशल मीडिया पर निशांत चतुर्वेदी जमकर ट्रोल हो रहे हैं। तमाम वरिष्ठ पत्रकारों ने एंकर के इस ट्वीट को शर्मनाक करार देते हुए निशाना साधा है। पत्रकार रोहिणी सिंह ने लिखा है, ” वैसे मोदी जी का पर्सनल और PMO अकाउंट हीरेन जोशी चलाते हैं पर न्यूज़ ऐंकर्ज़ कभी उस पर टिप्पणी नहीं करते।अनिल बलूनि का फ़ोन जो आ जाएगा। अपनी पत्रकारिता सिर्फ़ विपक्ष की ग्रामीण महिला पर personal comments करके जताते हैं। कोई इनसे बोले सिर्फ़ एक बार हीरेन जोशी पर report करके दिखाएँ”
वहीं, एक पत्रकार अनुराग ने लिखा, “चलिए आपको जो नेता सबसे अच्छा लगता हो उससे ‘प्रकृति’ बुलवा दीजिए? और उसके बाद पूछिएगा अपने ट्वीट खुद करते हैं? जवाब मिलेगा…. नहीं| किसी तथ्य पर कमेंट समझ आता है लेकिन सिर्फ किसी को अपमानित करने के लिए कमेंट? ?” रिपोर्टर उमाशंकर ने लिखा, “ऐसे ‘पत्रकार’ बेशर्म होकर ही ‘बड़े’ बनते हैं।” जबकि जैनेंद्र कुमार ने लिखा, “शर्मनाक @nishantchat.. तुम्हें टैग करते हुए भी घिन आ रही है.. शर्मनाक.. पत्रकारिता तुम जैसों से शर्मिंदा है।”
कई राजनीतिक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी निशांत के ट्वीट पर नाराजगी व्यक्त किया है। मैनपुरी से समाजवादी पार्टी के सांसद तेज प्रताप सिंह यादव ने लिखा है, “पंडित जी ज़रा मनुवादी सोच से बाहर निकलो..ज़माना बदल चुका है और आप अब भी पिछड़ों और महिलाओं के पीछे पड़े हो।जिनके ऊपर आपने व्यंग्य किया है वो कई साल बिहार की मुख्यमंत्री भी रही हैं….अगर आपको ज़्यादा tweet का शौक़ है तो एक ट्वीट स्मृति जी की शैक्षिक योग्यता पर भी कर दीजिये….”
देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएं:
शर्मनाक @nishantchat
.. तुम्हें टैग करते हुए भी घिन आ रही है.. शर्मनाक.. पत्रकारिता तुम जैसों से शर्मिंदा है. https://t.co/gukiBlscQg— जैनेन्द्र कुमार (@jainendrakumar) May 2, 2019
ऐसे ‘पत्रकार’ बेशर्म होकर ही ‘बड़े’ बनते हैं।
— व्यंग्यकार Umashankar Singh (@umashankarsingh) May 2, 2019
Disgusting ! Downright classist and Casteist comment.
Our Savarna media’s contempt for leaders of the subaltern is nauseating. https://t.co/P8sQ0SDKIk— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) May 2, 2019
जानना चाहते हैं कि एलिटिस्ट माइंड सेट क्या होता है और सामाजिक न्याय वाली बात क्यों बड़े तबके को कनेक्ट करती है,उसका जवाब इस एक ट्वीट में दिखेगा। "बेड टी" देर से मिलने या 8 बजे के बाद जनता से डिसकनेक्ट करने वाली नेता पर नहीं, तंज सिर्फ राबड़ी देवी को क्योंकि वह "क्लास" नहीं है https://t.co/WPkP5qMgYL
— Narendra nath mishra (@iamnarendranath) May 2, 2019
How right is it for journalists to make personal and distasteful comments on a politician? Well, to be fair @yadavtejashwi response has been graceful and mature. https://t.co/kNy55wsWnD
— Marya Shakil (@maryashakil) May 2, 2019
I dare .@nishantchat to tweet the same about .@narendramodi ji n .@smritiirani . These are the biased journalists because of which our trust in journalism is going down , I hope .@aroonpurie will take appropriate action .
— Abhishek Dutt (@duttabhishek) May 3, 2019
नुनु ताहार माई राजनीति म बारूँ पत्रकारन के सूनबे के पड़ी पर एकर मतलब ई ना होला की तहरा के उनकर माय के ऐमे घसीटे के अधिकार बारा।हमरा से नय ता आपन बाबूजी से सीखा। @maryashakil It was disappointing to see you retweeting such lower remarks by a politician on a fellow journalist https://t.co/rqGxBEE6GB
— Chowkidar Manindra Chauhan (@manindrachauhan) May 2, 2019
Brahmanwad jaata nahi https://t.co/txDfzWD6hN
— Shivam Vij (@DilliDurAst) May 2, 2019
आप तो निहायत बदतमीज निकले @nishantchat
Not only are you disrespectful but extremely patronizing & condescending.
Do you go around asking elders in your household to pronounce words to see if their opinions matter or make sense? https://t.co/PRY02WBHkP— Zainab Sikander (@zainabsikander) May 2, 2019
The thing with arrogance is .. it makes you fall soon .. so casteist .. sexist ..
— pallavi ghosh (@_pallavighosh) May 3, 2019
This is the epitome of Manuvaadi media and it must be shown to everyone who questions the need for caste based reservations. It’s shameful how a journalist is ridiculing a former CM (who belongs to backward caste) due to his upper caste arrogance. @yadavtejashwi @MisaBharti https://t.co/v9R83AN4cP
— Md Salim (@salimdotcomrade) May 3, 2019
ठीके कहनी रउआ।
लेकिन एकरा इहो न बुझाई। https://t.co/PdC1G3E98V— Kadambini Sharma (@SharmaKadambini) May 2, 2019
बिहार की CM रही सीनियर नेता @RabriDeviRJD को शर्मिंदा करने की @AshwiniKChoubey और पत्रकार @nishantchat की कोशिशें तो यही साबित करते हैं कि वे लोकतंत्र और राजनीति को भी वर्ण व्यवस्था समझ बैठे हैं, जहां 'उनके' वर्ण के मर्दों के सिवा सबकी एंट्री बंद हो! वो दुनिया अब नहीं रहा जी! https://t.co/6WmCsIWIZR
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) May 3, 2019
पंडित जी ज़रा मनुवादी सोच से बाहर निकलो..ज़माना बदल चुका है और आप अब भी पिछड़ों और महिलाओं के पीछे पड़े हो।जिनके ऊपर आपने व्यंग्य किया है वो कई साल बिहार की मुख्यमंत्री भी रही हैं….अगर आपको ज़्यादा tweet का शौक़ है तो एक ट्वीट स्मृति जी की शैक्षिक योग्यता पर भी कर दीजिये…. https://t.co/gXOujP7EBW
— Tej Pratap Singh Yadav (@yadavteju) May 2, 2019
Just came across this one! Our job as journalists is to report, debate, analyse and not make personal attacks, jibes on someone who has been in public life for long! This one just forgot to switch his accounts while tweeting this it seems! A matured Response by @yadavtejashwi! ? https://t.co/06QTDwxwwm
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) May 2, 2019
निशान्त जी, वो आपकी माता समान है। ऐसा भद्दा मज़ाक़ आप अपनी माँ के साथ भी करते है क्या?
पिछड़े वर्गों से आने वाली महिलाएँ किसी से पीछे नहीं है। आदरणीय @RabriDeviRJD जी बिहार की प्रथम महिला मुख्यमंत्री है। शायद ऐसी उपलब्धि आपके ख़ानदान में किसी को नहीं होगी इसलिए ज़ुबान बंद रखिए https://t.co/oHz4zXdZma
— Dr Tanweer Hassan (@DrTanweerHassan) May 2, 2019
वैसे मोदी जी का पर्सनल और PMO अकाउंट हीरेन जोशी चलाते हैं पर न्यूज़ ऐंकर्ज़ कभी उस पर टिप्पणी नहीं करते।अनिल बलूनि का फ़ोन जो आ जाएगा। अपनी पत्रकारिता सिर्फ़ विपक्ष की ग्रामीण महिला पर personal comments करके जताते हैं। कोई इनसे बोले सिर्फ़ एक बार हीरेन जोशी पर report करके दिखाएँ https://t.co/4CIoCNIueE
— Rohini Singh (@rohini_sgh) May 2, 2019
हमने तो सुना था चतुर्वेदी पंडित जो होता है वो चार वेद का ज्ञाता होता है लेकिन आप तो द्विवेदी और त्रिवेदी से भी ज़्यादा अज्ञानी निकले।
मुझे कहते बुरा लग रहा है लेकिन चुनौती देता हूँ आप देवीतुल्य अपनी माता जी से इनकी बहस करा लें, चतुर्वेदी ख़ानदान जान जाएगा कौन क्या बोल सकता है। https://t.co/ecaK9bWeOn
— Sanjay Yadav (@sanjuydv) May 2, 2019
देख लो यूपी और बिहार के यादवों और बाकी ओबीसी
इन जैसे घटिया सामंतवादी संघियों से लड़ने के कारण ही लालू को फंसा कर जेल भेज दिया क्योंकि उनकी ज़िंदगी ऐसे ही लीचड़ लोगों से निपटने में निकली और इसी कारण लालू के नाम से इन जैसों का कमल फट जाता है https://t.co/HM4ycoC21S— Naव्या Triवेदी (@AagayiNavya) May 2, 2019
चलिए आपको जो नेता सबसे अच्छा लगता हो उससे 'प्रकृति' बुलवा दीजिए? और उसके बाद पूछिएगा अपने ट्वीट खुद करते हैं? जवाब मिलेगा…. नहीं| किसी तथ्य पर कमेंट समझ आता है लेकिन सिर्फ किसी को अपमानित करने के लिए कमेंट? ? https://t.co/T27q11zo4R
— Anurag Dhanda (@anuragdhanda) May 2, 2019
जिसे ब्राह्म का ज्ञान हो वही ब्राह्मण ।
द्विवेदी त्रिवेदी छोड़िए यादव जी ,
जिन लोगों ने अपनी बुद्धिमत्ता , अपना कौशल , अपनी क़लम ही पूँजीवाद के सामने गिरवी रख दी हो उनसे किस तरह की अपेक्षा ?यही शब्द अगर कोई सत्ताधारियों के लिए लिखने को कह दे तो हाथ पाँव जम जाएँगे । https://t.co/Le7k7tttk3
— Pankhuri Pathak پنکھڑی (@pankhuripathak) May 2, 2019
Aapko kya lagta hai yeh sab jo chowkidaar banay phir rahay hain, wo khud tweet kar rahay hain? Khair Rabri ji kay jawaab ne zaroor bolti bandh kar di hogi aapki https://t.co/T8GlDx7CNM
— Aditya Menon (@AdityaMenon22) May 2, 2019
चार वेद के ज्ञानी चाटुकार @nishantchat हैं जो पूर्व सीएम @RabriDeviRJD से ट्विटर बोलवा रहे हैं, लेकिन श्रीलंका में हुआ हमला इंटेलिजेंस फेलियर है और भारत में पुलवामा हमले पर सरकार पर दबाव न बनाया जाए. सब को अपने पापा अच्छे लगते हैं कोई बुराई नज़र नहीं आती, चतुर्वेदी का भी यही है. pic.twitter.com/x4zytksevn
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) May 2, 2019
निशांत जी आपके ब्राह्मण होने पर हमे शक है , क्योंकि ब्राह्मण कुल में जन्मे व्यक्ति का यैसा घटिया संस्कार तो हो हीं नही सकता।राबडी जी की क्षमता का मूल्याकंन करने का औकात तो तुम्हारे उस आका को नही है जो राबडी नाम का माला जपने के लिए तुम्हारे जैसा सैंकड़ों पालतू पाल रखा है। https://t.co/0XDwb0gABL
— Chitranjan Gagan (@ChitranjanGaga1) May 2, 2019
Dear @aajtak one of your editors @nishantchat has tweeted a pervert and prejudiced tweet against @RabriDeviRJD …Do you endorse such brazenly chauvinistic and casteist posture in your channel(s)? Just asking for a nuanced understanding? @aroonpurie
— Manoj K Jha (@manojkjhadu) May 2, 2019
निशांत मेरे जूनियर रहे हैं. जी न्यूज में स्क्रीन के नीचे चलने वाला टिकर चलाया करते थे. मुझे नहीं पता था कि वे इस कदर महिला विरोधी और पिछड़ा विरोधी हैं. ग्रामीण महिलाओं के प्रति उनके मन में इतना बुरा भाव क्यों पल रहा है, इस पर उन्हें विचार करना चाहिए. उनमें अज्ञान का अहंकार है. https://t.co/eNb4IgmkIS
— Dilip Mandal (@dilipmandal) May 2, 2019
नारी-शक्ति एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री पर ऐसी असभ्य टिप्पणी “मध्ययुगीन पत्रकारिता” का परिचायक है जो सामाजिक विद्वेष-घृणा को दर्शाता है। यह सिर्फ़ राबड़ी देवी जी पर ही नहीं लोकतंत्र पर हमला है। अपने आप को कभी “निष्पक्ष पत्रकार” मत बोलिएगा-आपकी बोली भक्तों वाली है। @aajtak https://t.co/LeaLHzIaSj
— Jai Prakash Narayan Yadav (@JPNYadav) May 2, 2019
अब क्या ही बोला जाए आपको @nishantchat
हद दर्जे की छिछली मानसिकता है, मतलब ग्रामीण परिवेश की कोई महिला जो अंग्रेजी नहीं बोल सकती वो ट्विटर नहीं इस्तेमाल कर सकती?
मेरी मां भी कम पढ़ी-लिखी हैं, ट्विटर नहीं बोल सकतीं तो उन्हें ट्विटर इस्तेमाल करने के लिए आपका सर्टिफिकेट लेना होगा? https://t.co/ma0dRP1P3m
— Utkarsh Kumar Singh (@UtkarshSingh_) May 3, 2019
अबे मनूवादी
व्याकरण मत देख अंतःकरण देख
एक नेता
एक पत्नी
एक माँ
एक स्त्री
एक बेहेन
राबडी देवीजी के ट्विट में नजर आती है
आप जैसे मनू के भक्तो ये कैसे समजेगा@yadavtejashwi https://t.co/1YRDsGNcSu— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) May 3, 2019