ऑपरेशन कराओके: कोबरापोस्ट के संपादक अनिरुद्ध बहल बोले- बीजेपी के खिलाफ कोई साजिश नहीं

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कोबरापोस्ट ने मंगलवार को भारतीय मनोरंजन उद्योग की 36 ऐसी हस्तियों को उजागर किया है, जो 2019 के लोकसभा चुनावों में पैसे लेकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अनुकूल संदेश पोस्ट करके एक राजनीतिक पार्टी को बढ़ावा देने के लिए सहमत हुए हैं। इन हस्तियों में टीवी और फिल्मों के दिग्गज अभिनेता के आलावा गायक, सोशल मीडिया सेलिब्रिटी और स्टैंड-अप कॉमेडियन तक शामिल है।

अनिरुद्ध बहल

इस खुलासे के बाद कोबरापोस्ट के संपादक अनिरुद्ध बहल पर आरोप लगाए लगाए कि उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बदनाम करने के लिए इस तरह की योजना बनाई है। हालांकि, कोबरापोस्ट के संपादक ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। ‘जनता का रिपोर्टर’ से बात करते हुए अनिरुद्ध बहल ने कहा, “यह कोई साजिश नहीं है। इसमें ऐसी हस्तियां भी शामिल है जो आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के लिए भी काम करने को तैयार है।”

बता दें कि कोबरापोस्ट के ऑपरेशन ‘कराओके’ में 36 ऐसी हस्तियों को उजागर किया है, जो 2019 के लोकसभा चुनावों में पैसे लेकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अनुकूल संदेश पोस्ट करके एक राजनीतिक पार्टी को बढ़ावा देने के लिए सहमत हुए हैं। जिसमें से ज्यादातर हस्तियां बीजेपी के पक्ष में ट्वीट करने के लिए तैयार थे।

इन हस्तियों में टीवी और फिल्मों के दिग्गज अभिनेता के आलावा गायक, सोशल मीडिया सेलिब्रिटी और स्टैंड-अप कॉमेडियन तक शामिल है। इन हस्तियों ने कैमरे के सामने स्वीकार किया कि वो पैसे के बदले राजनीतिक दल को बढ़ावा दे सकते है। उनमें से अधिकांश लोग नकद में पैसा लेने के लिए तैयार थे, जिसका दूसरे शब्दों में अर्थ है ‘काला धन’।

इन हस्तियों में गायक अभिजीत भट्टाचार्य, कैलाश खेर, मीका सिंह और बाबा सहगल शामिल है। अभिनेता जैकी श्रॉफ, शक्ति कपूर, विवेक ओबेरॉय, सोनू सूद, अमीषा पटेल, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े, पुनीत इस्सर, सुरेंद्र पाल, पंकज धीर और उनके बेटे निकितिन धीर, टिस्का चोपड़ा, दीपशिखा नागपाल, अखिलेश मिश्रा, मिशाल मिश्रा , सलीम जैदी, राखी सावंत, अमन वर्मा, हितेन तेजवानी और पति गौरी प्रधान, एवलिन शर्मा, मिनिषा लांबा, कोएना मित्रा, पूनम पांडे, सनी लियोन, हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव, सुनील पाल, राजपाल यादव, उपासना सिंह, कृष्ण अभिषेक और विजय ईश्वरलाल पवार, और कोरियोग्राफर गणेश आचार्य और और बिग बॉस की पूर्व प्रतियोगी संभावना सेठ शामिल हैं।

विद्या बालन, सौम्या टंडन, रज़ा मुराद और अरशद वारसी ने पैसे के लिए अपनी आत्मा को बेचने से किया इनकार

हालांकि, इनमे चार हस्तियां ऐसी भी शामिल थी जिन्होंने कोबरापोस्ट टीम द्वारा किए गए वित्तीय प्रस्ताव के लालच में अपनी आत्मा को बेचने से इनकार कर दिया। वे कलाकार थे अरशद वारसी, विद्या बालन, भाबी जी घर पर हैं फेम अभिनेत्री सौम्या टंडन और रज़ा मुराद। कोबरापोस्ट के इस स्टिंग ऑपरेशन के खुलासे के बाद सौम्या टंडन सहित यह चारों स्टार सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लग गए। सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें असली हीरो बना दिया।

कोबरापोस्ट के स्टिंग ऑपरेशन पर सौम्या टंडन ने तोड़ी चुप्पी

इस खुलासे के बाद ‘जनता का रिपोर्टर’ से बात करते हुए सौम्या टंडन ने कहा, “मनोरंजन उद्योग में मेरे 12 साल के करियर में कई बार ऐसा हुआ है कि मुझे किसी राजनीतिक दल के समर्थन के लिए संपर्क किया गया, खासकर चुनावों के करीब या रैली के लिए विशेष उम्मीदवार या सोशल मीडिया पर किसी विशेष पार्टी के बारे में बात करने के लिए या अपनी पार्टियों में शामिल करने के लिए। मैंने ऐसा कभी नहीं किया है, मैं वो कभी नही करूंगी।”

‘भाभी जी घर पर हैं’ में अनीता भाभी का किरदार निभाने वाली लोकप्रिय अभिनेत्री ने कहा, “जब तक मैं सच में व्यक्ति या पार्टी में विश्वास नहीं करती, तब तक मै कुछ ऐसा नहीं करुगी। क्योंकि बहुत सी चीजें हैं जो मैं पैसे के लिए करती हूं, लेकिन यह कुछ ऐसा है जो मैं पैसे के लिए कभी नहीं करूंगी। क्योंकि मुझे लगता है कि यह कहीं अधिक गंभीर है और इसके कहीं अधिक निहितार्थ हैं और मैं इस तरह की चीजों के लिए खुद को पैसे के लिए कभी नहीं बेचूंगी।”

वहीं जब उनसे पूछा गया कि वो अन्य सितारों के बारे में क्या कहेंगी जिन्होंने कोबरापोस्ट के स्टिंग ऑपरेशन में स्वीकार किया है कि वो पैसों के लिए यह सब करने के लिए तैयार है। इसका जवाब देते हुए सौम्या ने कहा, “यह उनकी व्यक्तिगत पसंद है, मैं कोई टिप्पणी करने या उन पर निर्णय पारित करने के लिए नहीं हूं। लेकिन मुझे पता है कि मैं पैसे के लिए किसी मुद्दे, व्यक्ति या राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करूंगी। अगर मैं वास्तव में उन पर विश्वास करती हूं तो मैं केवल उनका समर्थन करूंगी। मैं राजनीतिक दल की परवाह किए बिना एक पहल का समर्थन कर सकती हूं, अगर मैं इसमें विश्वास करती हूं। इसलिए, मैं कुछ का समर्थन केवल तभी करूंगी जब मैं इसमें विश्वास करूंगी।”

 

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