टाइम्स नाउ के एक सर्वे के मुताबिक आगामी लोकसभा चुनावों में अरविंद केजरील की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) को काफी निराशाजनक प्रदर्शन का सामना करना पड़ सकता है। सर्वे के अनुसार, आप पंजाब में 1 सीट जीत पाएंगी, जबकि वह दिल्ली में भी अपना खाता खोल सकती है।
सर्वे के मुताबिक, पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से AAP को 1 सीट मिलने का अनुमान है वहीं कांग्रेस को 12 सीटें मिल सकती हैं। सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि यहां पर NDA का खाता भी नहीं खुलेगा। बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) ने 2014 के लोकसभा चुनावों में पंजाब की चार संसदीय सीटें जीती थीं। वहीं, 2017 के विधानसभा चुनावों में केजरीवाल की पार्टी को पंजाब में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था।
सर्वे के मुताबिक, दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से AAP 1 सीट पर जीत दर्ज कर सकती है। वहीं, बीजेपी के पक्ष में 6 सीटें आ सकती है। बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने सभी सात सीटें जीती थीं। वहीं, हरियाणा से भी AAP के लिए बुरी खबर है।
टाइम्स नाउ के सर्वे के अनुसार, AAP हरियाणा में एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाएंगी। सर्वे में बताया गया है कि राज्य की 10 लोकसभा सीटों में से बीजेपी को 8 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि दो सीटों पर कांग्रेस जीत सकती है। वहीं, टाइम्स नाउ ने अपने सर्वे में चंडीगढ़ में बीजेपी के हार की भविष्यवाणी की है, जहां 2014 के लोकसभा चुनाव में किरन खेर ने जीत दर्ज की थी। सर्वे के अनुसार, चंडीगढ़ की 1 सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है।
सर्वे के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को भारी बढ़त मिलती दिख रही है। महागठबंधन को यूपी की 80 सीटों में से 51 सीटें मिलती दिख रही हैं, वहीं बीजेपी को 27 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 80 में से 73 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
सर्वे के मुताबिक, 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी नीत एनडीए के सभी दलों की सीटों को भी मिला दिया जाए तो भी एनडीए को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। सर्वे के मुताबिक, एनडीए को 543 में से 252 सीटें मिल सकती हैं, जो बहुमत से कम है। सर्वे में कांग्रेस की अगुवाई वाला यूपीए 147 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। सर्वे में कहा गया है कि 144 सीटें गैर-बीजेपी क्षेत्रीय दलों के पास जा सकती हैं।
जहां तक राजनीतिक हलचल की बात की जाए तो बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनावों में सत्ता में वापसी करने की कवायद में जुटी है। वहीं, विपक्षी दल एकजुट होकर मोदी को सत्ता से बेदखल करने की जुगत में हैं। राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी के लिए कमर कस ली है।