गोवा आरएसएस के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर ने कहा है कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की जो तस्वीरें, बीजेपी और राज्य सरकार की एजेंसियों द्वारा जारी की जा रही हैं वह मनोहर पर्रिकर की कमजोरी और उनके सत्ता से चिपके रहने के लालच को उजागर करती हैं।

पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुभाष वेलिंगकर ने कहा है कि गोवा की जनता शासक की कमी से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि अगर मैं इन परिस्थितियों में उनके साथ होता, तो मैं उन्हें सेवानिवृत होने की सलाह देता। उन्होंने कहा कि पर्रिकर को 20 में से कुछ विभागों को उपमुख्यमंत्री को सौंपना चाहिए।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, पूर्व संघ प्रमुख सुभाष वेलिंगकर ने कहा कि प्रभु उन्हें (पर्रिकर) बेहतर स्वास्थ्य और लंबा जीवन दे सकते हैं, लेकिन उनके शरीर की स्थिति ठीक नहीं है। ऐसी स्थिति में वह दो कदम भी नहीं चल सकते, उनके मुंह में नलियों को लगाना पड़ता है। गोवा के लोग भी उन्हें इस तरह नहीं देख सकते हैं। वह कमजोर हैं फिर भी कुर्सी पर चिपके हुए हैं।
मनोहर पर्रिकर के एक समय बडे़ समर्थक रहे सुभाष वेलिंगकर बीजेपी नेतृत्व वाली राज्य सरकार के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को अनुदान देने के फैसले के बाद उनसे खफा हो गए थे। वेलिंगकर दो दशकों तक गोवा आरएसएस के प्रमुख भी रहें। 2016 में उन्होंने अपनी पार्टी ‘गोवा सुरक्षा मंच’ (जीएसएम) का गठन किया था।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मनोहर पर्रिकर की कुछ तस्वीरें वायरल हुई थीं। कुछ दिन पहले वह एक ब्रिज का निरीक्षण करने आए थे। इस दौरान उनकी नाक में ड्रिप लगी हुई थी। उनकी तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर भारी नाराजगी पैदा की थी।
बता दें कि लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे मनोहर पर्रिकर को इलाज के लिए पिछले साल दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। साथ ही बता दें कि पिछले ही साल करीब तीन महीने तक अमेरिका में उनका उपचार चला। पर्रिकर को पिछले साल अग्नाशय के कैंसर का पता चला था।
आईआईटी इंजीनियर से राजनेता बने 62 वर्षीय पर्रिकर दो क्षेत्रीय सहयोगियों गोवा फारवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी तथा तीन निर्दलीयों के सहयोग से गोवा में सरकार चला रहे हैं।