हाल ही में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने वाले पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने राजनीति से जुड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया। साथ ही गौतम गंभीर ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय राजधानी में खराब वायु गुणवत्ता के लिए क्यों निशाना साधा था।
इंडिया टुडे ने बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि हाल ही में मैने ट्वीट कर केजरीवाल पर इसलिए निशाना साधा क्योंकि वह वास्तव में दिल्ली में प्रदूषण में खतरनाक वृद्धि के बारे में चिंतित थे। उन्होंने कहा, “मैं सामाजिक मुद्दे के बारे में बात करता हूं क्योंकि मुझे सरकार से सवाल करने का हर अधिकार है क्योंकि मैं करदाता हूं… यदि आप दिल्ली में वायु गुणवत्ता को देखते हैं तो आप अगली पीढ़ी के लिए क्या छोड़ रहे हैं? यही कारण है कि मैंने आम आदमी पार्टी(आप) के खिलाफ उस ट्वीट को पोस्ट किया था, क्योंकि वे सत्ता में हैं। यदि बीजेपी या कांग्रेस सत्ता में थी तो भी मैं वही ट्वीट पोस्ट करता।”
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में ही गौतम गंभीर ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘छँटा धुआँ, निकला मफलर में लिपटा फ्रॉड!’
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से देश का राजधानी दिल्ली और एनसीआर मे प्रदूषण का स्तर लगातार खराब हो रहा है। वहीं, दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने में नाकाम रहने पर राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली सरकार पर 25 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। इसी जुर्माने को लेकर गौतम गंभीर ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधा था।
गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि छँटा धुआँ, निकला मफलर में लिपटा फ्रॉड! अरविंद केजरीवाल, बीजेपी कौन इस जुर्माने को भरेगा? बेशक करदाता। मेरी इच्छा है कि मेरे पास ये विकल्प होता कि मैं ये कह सकूं कि मेरा टैक्स का पैसा दिल्ली के मुख्यमंत्री की मनमानी के लिए नहीं है। वायु प्रदूषण: एनजीटी ने दिल्ली सरकार पर 25 करोड़ रुपए का फाइन लगाया।
बता दें कि गौतम गंभीर ने पिछले दिनों शायराना अंदाज में दिल्ली सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट कर लिखा था कि “दर्दे दिल, दर्दे जिगर दिल्ली में जगाया AAP ने, पहले तो यहाँ Oxygen था, Oxygen भगाया AAP ने।” इसके आगे गंभीर ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) को टैग करते हुए लिखा था कि, ‘हमारी पीढ़ियां आपके झूठे वादों के कारण धुएं में जी रही हैं। आपके पास डेंगू और प्रदूषण को रोकने के लिए एक साल का वक्त था, दुख की बात है कि आपने दोनों में से किसी को नियंत्रित नहीं किया। जाग जाइए।’