उत्तर प्रदेश की राजनीति में शुक्रवार (12 अक्टूबर) को एक नया राजनीतिक मोड़ देखने मिला। दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव से बगावत करने वाले उनके चाचा और समाजवादी सेकुलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल यादव को वही बंग्ला आबंटित किया है जो पहले पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का दफ्तर था।
फाइल फोटो: The Indian Expressइस बीच शिवपाल को बंगला दिए जाने पर उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के नेता शिवपाल सिंह यादव को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का ‘एजेंट’ करार दिया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर ने बलिया जिले के बांसडीह क्षेत्र के शिवपुर गांव में शनिवार शाम पार्टी के अति दलित तथा अति पिछड़ा वर्ग के कार्यकर्ता सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से बातचीत में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा नेता शिवपाल को बीजेपी का एजेंट करार दिया।
उन्होंने शिवपाल को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती द्वारा खाली किया गया भव्य सरकारी आवास आवंटित किये जाने के बारे में जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि शिवपाल बीजेपी के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं। राजभर ने कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने दावा किया कि अगर बीजेपी ने वायदे के मुताबिक पिछड़े वर्ग के लिये आरक्षण में कोटे की व्यवस्था नहीं की तो लोकसभा के आगामी चुनाव में वह उत्तर प्रदेश में बीजेपी का खाता नहीं खुलने देंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ नहीं चाहिये, चाहे तो उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया जाए।
राजभर ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के छह माह पहले पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण में कोटे का भरोसा दिलाया था। अब अगला चुनाव आने वाला है। अगर बीजेपी ने 27 अक्टूबर तक इस पर फैसला नहीं लिया तो वह लखनऊ की रैली में बीजेपी से गठबंधन के भविष्य को लेकर अंतिम फैसला लेंगे। आपकों बता दें कि राजभर पहले भी सहयोगी बीजेपी के खिलाफ बयान देते रहे हैं।