एक और सनसनीखेज़ खुलासे में ये बात साबित हो गयी है कि राफेल सौदे केलिए अनिल अम्बानी के साथ समझौते को अनिवार्य किया गया था। इस बात का दावा फ़्रांसिसी वेबसाइट मीडियापार्ट ने किया है।
ये वही वेबसाइट है जिसने पूर्व फ़्रांसिसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद से बात की थी हिसके दौरान उन्होंने कहा था कि अनिल अम्बानी को भारतीय पार्टनर के तौर पर शामिल करने का फैसला भारतीय सरकार द्वारा किया गया था।
Affaire des Rafale en Inde: un nouveau document accable Dassault https://t.co/DpsnLZnSHW
— Mediapart (@Mediapart) October 10, 2018
इस नए खुलासे के बाद अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार केलिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं, ख़ास कर ऐसे समय जब कई राज्यों में चुनावों की घोषणा हो गयी हैं।
राफेल विमान सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के सनसनीखेज दावे के बाद भारत में सियासी घमासान जारी है। राफेल सौदे में ‘ऑफसेट साझेदार’ के संदर्भ में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्ष लगातार हमला बोल रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि यह ‘स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार का मामला’ है।