आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के बजाय दिल्ली पुलिस का आप के विधायकों को कैसे जेल भेजा जाए इस पर चर्चा के लिए बैठक करना शर्मनाक है।
FILE PHOTO: @AamAadmiPartyमुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार(4 सितंबर) को ट्वीट करते हुए लिखा, “यह शर्मनाक है कि पुलिसकर्मी इस पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे हैं कि आप विधायकों को कैसे जेल भेजा जाए। काश उन्होंने महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने और कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए समय और ऊर्जा का सदुपयोग किया होता, जो आज (नरेंद्र) मोदी शासन के दौरान सबसे खराब है।”
Shameful that cops are meeting to discuss how to send AAP MLAs to jail. I wish they had spent a fraction of time n energy on providing security to women and improving law n order, which is worst today during Modi regime. https://t.co/aphHAny9jz
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 4, 2018
केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “जिम्मेदारी तय करें। इन झूठे मामलों के लिए किसने निर्देशित किया उपराज्यपाल या प्रधानमंत्री ने? क्या पुलिस अधिकारियों को उपराज्यपाल /प्रधानमंत्री द्वारा लिखित निर्देश दिए गए थे? अगर हां, तो लिखित निर्देश सार्वजनिक करें। अगर नहीं, तो गैर-कानूनी रूप से मौखिक निर्देशों का अनुसरण करने वाले पुलिस अधिकारियों को जरूर गंभीर सजा का समना करना चाहिए।”
बता दें कि सीएम केजरीवाल ने अपने इस ट्वीट के साथ एक खबर भी शेयर की है, जिसमें बताया गया है कि शहर की दक्षिणी रेंज के पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने योजना रणनीति के लिए एक बैठक बुलाई थी क्योंकि आम आदमी पार्टी के खिलाफ अदालत में मुकदमा मजबूत नहीं हो रहा था।
Fix responsibility. Who directed these false cases -LG or PM? Were police officers given written directions by LG/PM? If yes, make written directions public. If no, the police officers who followed illegal verbal directions must face severe punishment https://t.co/1eiy4iu80M
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 4, 2018