बिहार में रामनवमी के बाद भड़की हिंसा शांत होने का नाम ही नहीं ले रही है। पिछले कुछ दिनों में बिहार के कई जिलों में सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली। भागलपुर, औरंगाबाद, समस्तीपुर और मुंगेर के बाद शुक्रवार(30 मार्च) को नावादा जिले में जमकर हिंसा हुई। नवादा में मूर्ति तोड़े जाने को लेकर दो समुदाय के बीच काफी झड़प हुई है, हिंसा में कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए हैं। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने हवा में कई राउंड फायरिंग भी की।
बता दें कि, नवादा भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के वरिष्ठ नेता व केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का संसदीय क्षेत्र है। बिहार में लगातार हो रहीं सांप्रदायिक हिंसा के बाद वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने एक ऑडियो क्लिप के जरीए बिहार वासियों से भावुक अपील की है। उन्होंने बिहार वासियों से अपील की कि ‘हमारा राज्य जल रहा है, इसे बचा लीजिए।’
पढ़िए रवीश कुमार का पूरा ऑडियो क्लिप :
‘हमारा राज्य जल रहा है, इसे बचा लीजिए। इस तमाशे में किसी का भला नहीं है, दंगों की कुछ वजहें होती हैं। उसने पहले फेंका तो उसने बाद में ये कहा। पुलिस उनकी मदद के लिए आई, हमारी मदद के लिए नहीं आई। नेता उनके मोहल्ले में गया हमारे घर पर नहीं आया। कहीं गाय का मांस फेंकना तो कहीं सुअर का मांस फेंकना। यह सब तरीका पुराना हो चुका है। आप इन चक्करों में क्यों पड़ते हैं। कई ज़िलों से तनाव की ख़बरें आ रही हैं। इन नेताओं के चक्कर में अपना भाईचारा मत गंवाइए।
ये आएंगे और जाएंगे मगर आपको अपने शहर में रहना है। निकलिए चौराहे पर पड़ोसी का दरवाज़ा खटखटाइये। आवाज़ दीजिए कि आप दंगों की इस मानसिकता के ख़िलाफ़ है। आप हिन्दू हों या मुसलमान थाना पुलिस और मंदिर मस्जिद कर कहीं नहीं पहुंचेंगे। आपके बच्चों पर मुकदमे हो जाएंगे, आप पर हो जाएंगे। पुलिस की किताब में घर घर में दंगों के आरोपी हो जाएंगे और आपके नकली गुस्से का लाभ उठाकर नेता ऐश करेगा, इन से सावधान रहिए।
किसी ने कुछ किया भी है तो उसे माफ कर दीजिए। सत्ता फेल हो चुकी है। उसके पास आपसे किए गए वादों को लेकर आंखें मिलाने की लाज और हिम्मत नहीं बची है। वो नहीं आ सकते हैं, चीखते हुए कि देखो ये कहा था, वो निभा दिया। उन्हें दंगों की लपटों से उठते धुएं का बहाना चाहिए ताकि उसकी आड़ में छिप कर आपका वोट ले जाएं। घर आपका जल रहा होगा, ताज उनके सिर पर चमक रहा होगा।
इसके ख़िलाफ़ या उसके ख़िलाफ़ आपके तर्क सही होंगे मगर आपसी बहस को नफ़रत में मत बदलने दीजिए। ख़ूब गिला शिकवा निकालिए मगर दुकानों को मत जलाइये। किसी पर पत्थर मत फेंकिए, किसी की जान मत लीजिए। आप देखिए आपके कालेजों की क्या हालत है। लाखों छात्रों का बीए नहीं हो रहा है, किसी की इंजीनियरिंग नहीं हो रही, किसी को नौकरी नहीं मिल रही है और बहुत चालाकी से ये नेता आप नोजवानों को आपको हिन्दू मुसलमान में उलझा चुके हैं।
आपको दंगाई बनाया जा रहा है। आप चाहे हिन्दू हों या मुसलमान हों। दंगाई बनने से रोकिए ख़ुद को। मुकदमे वापस लीजिए और गले मिल जाइये। आप एक अच्छे नागरिक हैं, अब भी वक्त है कि अपने गुस्से से वापस लौट आने का। वहीं छोड़ कर गले मिलने का। नेता आपका घर जला रहा है तो आप कहां हैं, बिहार कहां हैं आप लोग बाहर निकलिए। इस राज्य को बचा लीजिए।
नेताओं को अब सशक्त वोटर नहीं चाहिए, उन्हें दंगों में उलझा हुआ वोटर चाहिए जो उनसे वादों का हिसाब न पूछे बल्कि अपनी किसी अनजान सुरक्षा के लिए निर्भर हो जाए। उम्मीद है आप खुद को समझाने का एक मौका देंगे। ख़ुद को दंगाई बनाने का कोई मौक़ा नहीं देंगे।’
हिंसा की आग में जल रहें बिहार के युवाओं को रवीश कुमार की यह अपील जरुर सुननी चाहिए
हिंसा की आग में जल रहें बिहार के युवाओं को रवीश कुमार की यह अपील जरुर सुननी चाहिएhttp://www.jantakareporter.com/hindi/ravish-kumars-emotional-appeal-to-people-on-bihar-riots/178847/
Posted by जनता का रिपोर्टर on Sunday, 1 April 2018