देश में मूर्तियों के तोड़े जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिसका ताजा एक बार फिर से देखने को मिला है। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज में देश का संविधान बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति कथित तौर पर क्षतिग्रस्त कर दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सभी जिलों में प्रशासन को महापुरुषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि डुमरियागंज थाना क्षेत्र के गौहनिया गांव में अराजक तत्वों ने अंबेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया। सुबह घटना का पता चलने पर स्थानीय लोग नाराज हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी तथा मूर्ति बदलने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। डुमरियागंज से बीजेपी विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह भी मौके पहुंचे और इस घटना को सपा और बसपा की साजिश करार दिया।
घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह का कहना है कि खंडित मूर्ति को तत्काल बदला जा रहा है। साथ ही अज्ञात लोगों के विरूद्व मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
जी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, इलाहाबाद के झूंसी त्रिवेणीपुरम इलाके में कुछ असामाजिक तत्वों ने शुक्रवार रात (30 मार्च) को डॉ. आंबेडकर की मूर्ति को निशाना बनाया। शनिवार (31 मार्च) की सुबह लोगों ने प्रतिमा का सिर टूटा पाया तो इसे लेकर वहां हंगामा खड़ा हो गया। हंगामा बढ़ता देख इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने को गम्भीरता से लेते हुए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों तथा जिला पुलिस प्रमुखों को अपने-अपने जिलों में स्थापित महापुरुषों की मूर्तियों की सुरक्षा के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता बरतने के सख्त निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं की किसी भी सूरत में पुनरावृत्ति ना हो तथा साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे, इसके लिए हरसम्भव प्रयास किये जाएं। बता दें कि, यह घटना ऐसे समय में आई है, जब हाल ही में राज्य सरकार ने संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर के नाम के साथ उनके पिता का नाम भी जोड़ने का फैसला किया है।