उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के रहने वाले 27 वर्षीय प्रिन्टी शर्मा अपने परिवार के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पहाड़गज इलाके में रहते हैं। शर्मा पिछले कई सालों से लाल किले के पास गोलगप्पे की रेहड़ी लगाकर अपना और अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से दिल्ली पुलिस के एक जवान द्वारा अवैध वसूली की वजह से प्रिन्टी शर्मा और उनका परिवार दाने-दाने को मोहताज है।
दरअसल, 27 वर्षीय प्रिन्टी शर्मा नाम के युवक का आरोप है कि लाल किले पुलिस चौकी में तैनात जसवीर सिंह नाम के पुलिसकर्मी ने रेहड़ी लगाने के नाम पर उससे हर महीने 13 से 15 हजार रुपये की अवैध वसूली करता था। लेकिन इस पिछले महीने जब शर्मा के पिताजी की तबीयत खराब होने की वजह से पुलिसकर्मी को पैसा नहीं दे पाए। जिसके बाद कथित तौर पर पुलिसकर्मी और उसके दो आदमी (श्रषि और छोटू) उसे लगातार परेशान कर पैसे की मांग कर रहे हैं।
युवक ने सबूत के तौर पर ‘जनता का रिपोर्टर’ को एक वीडियो और कुछ कॉल रिकॉर्डिंग भी दिए हैं। इस वीडियो में दो शख्स युवक से पैसा लेकर गिनती करते हुए दिखाई दे रहे है। युवक का दावा है कि वीडियो में पैसे ले रहे शख्स पुलिसकर्मी जसवीर और उसका दलाल श्रषि है। प्रिन्टी द्वारा ‘जनता का रिपोर्टर’ को दिए गए वीडियो में साफ दिख रहा है कि यह लोग कार में बैठकर पैसे गिन रहें है। (फिलहाल, वीडियो कुछ महिने पुराना है।)
युवक ने पुलिसकर्मी को ठहराया अपने पिता की मौत का जिम्मेदार :
रविवार(11 मार्च) को ‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत में प्रिन्टी शर्मा ने दिल्ली पुलिस के जवान जसवीर सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि 20 फरवरी 2018 को वह दो अन्य लोगों के साथ मेरी रेहडी पर आए और मुझसे पैसे की मांग करने लगे, जब मैंने पैसे देने से इनकार कर दिया तो उनके साथ आए लोग मेरी रेहड़ी को अपने साथ लेकर पुलिस चौकी चले गए। साथ ही पैंटी का आरोप है कि जब वह अपनी रेहड़ी को वापस लेने के लिए पुलिस चौकी गया तो पुलिसकर्मी उससे पैसे की मांग करने लगा और पैसे देने से इनकार करने पर वह उसे झूठे आरोप में फंसाने की धमकी देने लगा।
फाइल फोटो- प्रिन्टी शर्मा (जनता का रिपोर्टर)पैंटी का कहना है कि, वह अपनी रेहड़ी लेने के लिए शाम तक पुलिस चौकी में बैठा रहा, लेकिन पैसा नहीं दिए जाने पर उसका रेहडी वापस नहीं किया। शर्मा का कहना है कि रेहड़ी लगाने के लिए जसवीर कई महिनों तक मुझसे पैसा लेता रहा है। लेकिन एक दिन अचानक उनके पिता की तबीयत खराब हो गई ओर उनके पास पिता का इलाज कराने के लिए पैसे नहीं थे। लेकिन उसके बावजूद जसवीर अपने लोगों के साथ उसके रेहड़ी पर आया और पैसे की मांग करने लगा, पैसे ना देने पर उसके साथ आए लोग उसे फोन कर परेशान करने लगे और पैसे की मांग करते थे।
युवक का कहना है कि उसने पिता की तबीयत खराब होने की वजह से रेहड़ी लगाने के लिए किसी से ब्याज पर पैसे लेकर पुलिसकर्मी को पैसे पहुंचवाया, ताकी रेहड़ी से कुछ कमाई कर पिता का इलाज करवा सके। लेकिन इस बीच उसके पिता की तबीयत काफी खराब हो गई और पैसे की दिक्कत के चलते उनके पिता का सहीं से इलाज नहीं हो पाया और वो पिछले दिनों इस दुनिया को अलविदा कह गए। युवक शर्मा ने अपने पिता की मौत के लिए पुलिसकर्मी को जिम्मेदार ठहराया है।
युवका का कहना है कि मैंने पुलिसकर्मी जसवीर सिंह और उसके साथ आए अन्य लोग (श्रषि और छोटू) के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ITO स्थित दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर, प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, सिविल लाइन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल सहित कई जगह शिकायत की है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
फोटो- जनता का रिपोर्टर फोटो- जनता का रिपोर्टरयुवक का आरोप है कि जब पुलिसकर्मी जसवीर सिंह को इस बात की जानकारी मिली है कि, वो उसके खिलाफ शिकायत कर रहा है। तब से जसवीर के साथी (श्रषि और छोटू) और अन्य लोग उसे फोन कर लगातार परेशान कर रहे हैं। युवका का दावा है कि पुलिसकर्मी के आदमी मामले को रफा-दफा करने का दबाव बना रहे हैं। साथ ही उसने दावा है कि, उसके पास कुछ कॉल रिकॉर्ड्स भी है जिसमें वह समझौता दबाव बना रहे हैं।
पुलिसकर्मी ने आरोपों को किया खारिज
वहीं, ‘जनता का रिपोर्टर’ से फोन पर बात करते हुए दिल्ली पुलिस के जवान जसवीर सिंह ने युवक द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। जसवीर सिंह ने कहा कि युवक द्वारा लगाए गए सभी आरोप गलत है और वह किसी श्रषि और छोटू नाम के शख्स को नहीं जानते। पुलिसकर्मी का कहना है की मैंने उनसे कोई पैसे नहीं मांगे, बल्कि कोई अन्य शख्स मेरे नाम का सहारा लेकर युवक से पैसे की मांग की होगी, मेरा उसमें कोई हाथ नहीं है।
साथ ही उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों से पल्ला झाडते हुए कहा कि, लाल किले के पास 1 जनवरी 2018 से ही सभी रेहड़ी वालों को हटा दिया गया था, लेकिन उसके वाबजूद कुछ रेहड़ी वाले वहां फिर से लगा देते हैं जिन्हें बाद में हटा दिया जाता है। हालांकि, युवक का आरोप है कि पिछले महिने 22 फरवरी को पैसे ना देने पर पुलिसकर्मी ने उसकी रेहड़ी लेकर चला गया जो अब तक मुझे नहीं मिली है।
वहीं, ‘जनता का रिपोर्टर’ से फोन पर बात करते हुए स्थानीय पुलिस थाने के SHO वीर सिंह ने कहा कि, यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है अगर ऐसी कोई बात है तो हम मामले की जांच करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि, आप शिकायतकर्ता को हमारे पास भेजिए हम उनसे बात करेंगे और अगर पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है कि उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
वहीं, युवक का कहना है कि वो सोमवार(12 मार्च) को DCP कार्यालय गया जहां उसकी मुलाकात सुमन नाम की मैडम से हुई और उन्होंने उनके बयान दर्ज किए। युवक का कहना है कि उन्होंने मुझसे पूरे मामले की जानकरी ली ओर मुझे आश्वासन दिया कि, हम मामले की जांच करेंगे और आरोपियों के खिलाफ शख्त से शख्त कार्रवाई करेंगे।


















