उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के दिन तिरंगा यात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में चंदन गुप्ता की मौत के मामले के मुख्य आरोपी सलीम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, केंद्र सरकार ने इस मामले में योगी सरकार से रिपोर्ट देने को कहा है। गृह मंत्रालय ने यूपी सरकार को शुक्रवार को शुरू हुई हिंसा तथा उसके बाद इलाके में शांति के लिए उठाए गए कदमों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है।
इस हिंसा में भारतीय मीडिया सहित कई वरिष्ठ पत्रकारों के असली चेहरे भी सामने आ गए हैं, जिसमें समाचार चैनल आज तक सहित इंडिया टुडे ग्रुप भी शामिल है। हालांकि, कुछ चैनल के कुछ पत्रकारों ने अपनी काम को बखूबी तरीके से निभाते हुए बिना किसी डर के हिंसा की हकीकत को लोगों के सामने रखे हैं। इन पत्रकारों में सीएनएन न्यूज-18 की रिपोर्टर तनुश्री पांडे भी शामिल है, जिनकी बहादुरी रिपोर्टिंग ने एक उदाहरण के रूप में पेश की है रिपोर्टर को कैसे काम करना चाहिए।
बता दें कि, तनुश्री पांडे एक युवा रिपोर्टर है और सीएनएन-न्यूज़ 18 में कार्यरत है, जिन्होंने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के फायर ब्रांड नेता और राज्यसभा सांसद विनय कटियार का बहुत ही साहस के साथ इंटरव्यू लिया। जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बता दें कि, कासंगज हिंसा पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता विनय कटियार ने मंगलवार (30 जनवरी) को समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा था कि, ‘कासगंज हिंसा बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जिले में इसके पहले कभी सांप्रदायिक तनाव नहीं हुआ था। सभी समुदाय के लोग आपसी सद्भाव के साथ रहते थे। 26 जनवरी को पाकिस्तान का समर्थन करने वाले कुछ उपद्रवियों ने तिंरगा का अपमान करने की कोशिश की, जिसके बाद माहौल बिगड़ा।’
Pakistan supporters have come to #Kasganj, they only respect the Pakistani flag and were raising slogans of 'Pakistan zindabad'. These people have killed one of our workers, These people should be dealt with strictly: Vinay Katiyar #KasganjClashes pic.twitter.com/nUmZZhJVy5
— ANI (@ANI) January 30, 2018
People of Jammu & Kashmir should not work with terrorists. We don't even know if those killed in Shopian were civilians or not. Terrorist incidents are taking place there everyday: Vinay Katiyar pic.twitter.com/hm8QClJLEV
— ANI (@ANI) January 30, 2018
न्यूज एजेंसी भाषा की ख़बर मुताबिक, विनय कटियार ने मंगलवार को कहा कि, ‘कासगंज हिंसा बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। लगता है कि ‘पाकिस्तान परस्त लोग आ गये हैं जो राष्ट्रीय ध्वज को स्वीकार नहीं कर रहे हैं, वे पाकिस्तान के झंडे को स्वीकार कर रहे हैं। पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, सरकार और सख्त कदम उठाये।’ साथ ही कटियार ने कहा कि तिरंगा रैली के दौरान भड़की हिंसा में मारे गये चंदन गुप्ता की पाकिस्तान समर्थकों ने हत्या की है।
लेकिन वास्तव में देखा जाए तो बीजेपी नेता विनय कटियार की यह टिप्पणी बिल्कुल अलग थी। क्योंकि, यह कोई मुद्दा नहीं था और ना ही कासगंज में कोई पाकिस्तानी ध्वज फहराया गया था और ना ही वहां पर कोई पाकिस्तानी नारे लगाए गए थे।
विनय कटियार के इसी बयान पर सीएनएन न्यूज-18 की रिपोर्ट तनुश्री पांडे ने उनका इंटरव्यू लिया। इंटरव्यू के दौरान तनुश्री पांडे ने सांसद से उनके उस आरोप का सबूत मांगा था जिसमें उन्होंने झड़प में मारे गए युवक की मृत्यु का आरोपी पाकिस्तान परस्त लोगों को बताया था। तनुश्री पांडे ने विनय कटियार के उस आरोप का भी सबूत मांगा जिसमें उन्होंने कहा था, वहां (कासंगज) के लोग अब सिर्फ पाकिस्तान के नारे और झंडे को स्वीकार करते हैं।
जवाब में सांसद ने अपनी पूर्व की बात को दोहराया और कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाना एक फैशन बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां ‘भारत माता की जय’ बोली जाती है वहां कुछ अराजक लोग पाकिस्तान का झंडा लहरा रहे हैं। सांसद के इन बयानों पर पत्रकार ने उनसे सबूत दिखाने को कहा तो इस पर वह रिपोर्टर से ही उलझ गए।
लोकिन उसके बाद भी सीएनएन-न्यूज़18 की रिपोर्टर ने हार नहीं मानी और बीजेपी सांसद से उनका सवाल दोहराते हुए कहा कि क्या वह अपने बयानों पर माफी मांगेंगे या नहीं। क्योंकि, वह इसके लिए कोई सबूत प्रस्तुत नहीं कर पाए। बता दें कि, इस इंटरव्यू का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
‘जनता का रिपोर्टर’ से बात करते हुए तनुश्री पांडे के बॉस भूपेंद्र चौबे ने कहा कि, ‘उनके सहयोगी की कठोर पत्रकारिता पर उन्हें बेहद गर्व है। वह अपने काम को पूरे जुनून के साथ करती है जो मीडिया के क्षेत्र में तेजी से कम हो गई है। विनय कटियार के साथ उनका इंटरव्यू इसी जुनून का एक ताजा उदाहरण है। साथ ही उन्होंने कहा कि, एक संपादक के रूप में मुझे उनके काम पर बहुत गर्व है।’
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर तिरंगा यात्रा के दौरान दो समुदायों में भिड़ंत हो गई जिससे तनाव व्याप्त हो गया। इस दौरान दोनों समुदायों की और से जमकर पथराव और आगजनी की गई। इस हिंसा में 22 वर्षीय चंदन गुप्ता नाम के युवक की जान चली गई थी, वहीं अकरम नाम के एक युवक की एक आंख फोड़ दी गई थी।
आप भी देखिए इंटरव्यू का यह वीडियो
CNN News18 की रिपोर्टर तनुश्री पांडेय आज के दौर में पत्रकारिता जगत की बहुत बड़ी उम्मीद बन कर उभरी हैं। देखिये किस तरह इस युवा पत्रकार ने कासगंज दंगे पर भाजपा नेता विनय कटियार के झूट का पर्दाफाष किया और सख्त सवाल पूछने से डरी नहीं। (Video: CNN-News18)
Posted by जनता का रिपोर्टर on Tuesday, January 30, 2018