एक सप्ताह के भीतर उत्तर प्रदेश में लगातार दो रेल हादसा होने के बाद रेल बोर्ड के चेयरमैन अशोक मित्तल ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
PTI Photoमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रेल बोर्ड के चेयरमैन अशोक मित्तल ने अपने इस्तीफे में व्यक्तिगत कारणों का जिक्र करते हुए पद से हटने की इच्छा जाहिर की है। लेकिन माना जा रहा है कि उत्तर रेलवे में दो बड़ी रेल घटनाओं की वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि उनका इस्तीफा स्वीकार हुआ है या नहीं।
आपको बता दें कि 31 जुलाई 2016 को अशोक मित्तल का कार्यकाल खत्म होना था। लेकिन मोदी सरकार ने उनका कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया था, मित्तल का कार्यकाल जुलाई, 2018 में खत्म होना था। अशोक मित्तल को 31 दिसंबर, 2014 को रेलवे बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया था।
बता दें कि, लगातार हो रहे हादसों के बाद रेलवे पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा था। वहीं दूसरी और लालू यादव ने मुजफ्फरनगर हादसे के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु से इस्तीफा देने की मांग की थी।
बता दें कि, आज रात आजमगढ़ से दिल्ली आ रही कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। मानव रहित फाटक पर फंसे एक डंपर में ट्रेन के टकराने से 10 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 74 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में शनिवार(19 अगस्त) शाम पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण कम से कम 23 यात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 156 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे।