एक सप्ताह के भीतर उत्तर प्रदेश में एक और ट्रेन हादसा हुआ है। इस बार आजमगढ़ से दिल्ली आ रही कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। मानव रहित फाटक पर फंसे एक डंपर में ट्रेन के टकराने से 10 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 74 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बताई गई है।घायलों को इलाज के लिए इटावा और दो को सैफई भेजा गया है। बाकी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, अभी तक किसी यात्री की मौत की खबर नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, डंपर से टकराने की वजह से ट्रेन के ड्राइवर आनंद कुमार को सिर पर चोट आई है। अन्य यात्रियों को बस से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा। मौके पर राहत कार्य तेजी से हो रहा।
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक यह हादया कानपुर और इटावा के बीच में पाता और अछल्दा के बीच में गेट नंबर 14 को पार करने के दौरान हुआ। जानकारी के मुताबिक, मानव रहित क्रॉसिंग पर डंपर पहले से फंसा हुआ था, लेकिन ट्रेन के चालक को इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने के आदेश दे दिये हैं।घटनास्थल पर राहत और बचाव का काम जोरों से चल रहा है। वहीं प्रधान सचिव (होम) अरविंद कुमार के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन का काम पूरा हो गया है।
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में शनिवार(19 अगस्त) शाम पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण कम से कम 23 यात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 156 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे। इस हादसे की शुरुआती जांच में रेलवे सिस्टम की घोर लापरवाही सामने आई थी।