उत्तर प्रदेश के सहारनपुर हिंसा को लेकर बोलने का मौका नहीं मिलने पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार (18 जुलाई) को अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति को सौंप दिया है। मायावती के राज्य सभा से इस्तीफा देने पर अब सियासत होने लगी है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल(RJD) प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने मायावती को राज्यसभा भेजने का ऑफर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मायावती के इस्तीफे को सही करार देते हुए लालू ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।लालू ने कहा कि दलितों की आवाज दबाई जा रही है, बीजेपी अहंकार में डूबी हुई है। लालू ने कहा कि दलितों का मुद्दा सांसद पद से ऊपर है। मायावती के साथ राज्यसभा में जो व्यवहार किया गया उससे साफ है कि बीजेपी दलित विरोधी पार्टी है।
Spoke with Mayawati Ji in length. Offered & requested her to be Rajyasabha MP frm Bihar to fight against atrocities & divisive agenda of BJP
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) July 18, 2017
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर मायावती चाहें तो हम बिहार से राज्य सभा भेजेंगे। साथ ही लालू ने कहा कि, ‘मायावती की बहादुरी के लिए मैं बधाई देता हूं। उनके लिए गरीबों के हक ही मायने रखता है। राज्यसभा की सीट उनके लिए मायने नहीं रखती है।
We support Mayawati Ji and if she wants we will again send her to Rajya Sabha: Lalu Prasad Yadav pic.twitter.com/lyHmJbfPsz
— ANI (@ANI) July 18, 2017
वहीं दूसरी और राज्यसभा सचिवालय के अनुसार मायावती के इस्तीफे को लेकर राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को अंतिम फैसला लेना है। वहीं मायावती ने अपने इस्तीफा पत्र में आरोप लगाया कि उन्हें राज्यसभा में दलितों के मुद्दे पर बोलने नहीं दिया गया। मायावती ने सभापति हामिद अंसारी से मुलाकात कर यह पत्र सौंपा। इसे स्वीकार करने या न करने का फैसला सभापति पर निर्भर करता है।
गौरतलब है कि, बीएसपी सुप्रीमो मायावती का राज्यसभा में कार्यकाल अप्रैल 2018 में खत्म हो रहा है। प्रदेश की विधानसभा में पार्टी के पास इतने आंकड़े नहीं हैं कि 2018 में वह एक बार फिर राज्यसभा में पहुंच सके।