बेंगलुरु में एक होटल ने दंपति को इसलिए कमरा देने से इनकार कर दिया क्योंकि पति एक मुसलमान था और उनकी पत्नी एक हिंदू थी। दंपति कुछ कामों के लिए बेंगलुरु में आएं थे जहां पर उन्हें इस प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ा।
photo- india todayमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन दपंतियों का नाम शाफीक सबदा हक्काम और दिव्या डीवी बताया जा रहा है और यह दंपति केरल में रहते है और वो कुछ सरकारी कामों के लिए बेंगलुरु आए थे और उन्हें वहां पर रहने की जगह की जरूरत थी लेकिन सुधाम्ना नगर में अनीपुरम मुख्य सड़क पर ओलिव रेसिडेन्सी में एक कमरे से इनकार कर दिया गया।ख़बरों के मुताबिक, होटल के रिसेप्शनिस्ट ने कहा कि एक हिंदू और मुस्लिम एक साथ नहीं रह सकते।
होटल के रिसेप्शनिस्ट ने जोड़ों से कहा कि हमारे पास निर्देश हैं हम ऐसे जोड़ों को कमरा ना दें क्योंकि इससे हमें समस्याएं हो सकती हैं। वहीं शाफीक ने कहा कि वे इस व्यवहार से हैरान हैं क्योंकि उन्होंने कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया है।
शाफीक ने इंडिया टुडे को बताया की, “मैं सिर्फ 2 घंटे के लिए कमरा चाहता था क्योंकि मेरी पत्नी दिव्या एक प्रतिष्ठित कानून कॉलेज के साथ एक इंटरव्यू के लिए यहां आए थे। दिव्या एक एलएलएम स्नातक हैं और वह यहां पीएचडी करने जा रहे थी।” उन्होंने कहा कि होटल ने स्पष्ट रूप से उन्हें बताया कि यह उनकी नीति है कि अंतर-धर्म विवाहित जोड़ों की अनुमति न दें।
ख़बर के मुताबिक, जब दिव्या ने होटल प्रबंधन से इस बारें में लिखित में दिखाने को कहा तो प्रबंधन ने इससे इनकार कर दिया। ऐसे में दोनों ने होटल प्रबंधन से बहस करने के बजाए दूसरी जगह पर कमरा ढूंढना ज्यादा बेहतर विकल्प समझा।अब दंपति केरल मानवाधिकार आयोग से इसकी शिकायत दर्ज करने की योजना बना रहे है।
बता दें कि, इससे पहले हैदराबाद से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जहां पर एक लड़की होटल ने सिर्फ इसलिए अपने यहां ठहरने से इनकार कर दिया, क्योंकि वह ‘अकेली’ थी। पीड़ित लड़की ने इस घटना के बारे में एक फेसबुक पोस्ट किया है जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया था।