वध के लिए पशुओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने और बीफ खाने को लेकर को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बीफ पर प्रतिबंध को लेकर चल रही बहस के बीच केन्द्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी(बीेजेपी) के वरिष्ठ नेता एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार(6 जून) को कहा कि वह खुद भी मांसाहारी हैं और भोजन हर व्यक्ति की अपनी पसंद का विषय है। उन्होंने इससे साफ इनकार किया कि बीजेपी ‘सभी को शाकाहारी बनाना चाहती है।’
file photoमुंबई में औपचारिक संवाददाता सम्मेलन से पहले संवाददाताओं से बातचीत में नायडू ने कहा कि ‘कुछ पागल लोग ऐसी बातें करते रहते हैं (कि बीजेपी सभी को शाकाहारी बनाना चाहती है)। यह लोगों की पसंद है कि वह क्या खाना चाहते हैं और क्या नहीं।’ उन्होंने कहा कि मुद्दे पर राजनीति हो रही है।
I am myself a non-vegetarian, and I think food is a matter of choice. Some people say things just to give political colour: Venkaiah Naidu pic.twitter.com/zP5duEtXOf
— ANI (@ANI) June 6, 2017
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ‘एक राजनीतिक दल ने टिप्पणी की थी कि बीजेपी सभी को शाकाहारी बनाना चाहती है और इसपर टीवी डिबेट भी हुआ। मैंने अपने पत्रकार मित्रों को बताया कि मैं हैदराबाद में राज्य (बीजेपी) प्रमुख था और मांसाहारी भी हूं, फिर भी मैं पार्टी अध्यक्ष बना।’
बता दें कि पिछले तीन वर्षों में देश के विभिन्न हिस्सों से गौरक्षकों द्वारा हिंसक घटनाओं की खबरें आई हैं। केन्द्र सरकार ने हाल ही में एक आदेश जारी कर मवेशी बाजार में वध के लिए पशुओं के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी है। कई राज्य इस कानून का विरोध कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की ओर से काटने के लिए मवेशियों की खरीद-फरोख्त पर बैन लगाने का न सिर्फ विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी में भी हंगामा मचा हुआ है। मेघालय में बीफ बैन के मुद्दे पर दो बड़े बीजेपी नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।