देश की राजधानी दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने तीनों नगर निगम के चुनाव के मद्देनजर दिल्ली सरकार के आम आदमी मोहल्ला क्लीनिकों और आम आदमी बाईपास एक्सप्रेस बस सेवा से आम शब्द हटाने का निर्देश दिया है। जिसके दो दिन बाद ही दिल्ली में इसका असर देखने को मिला। अधिकारियों ने कार्रवाई में न सिर्फ ‘आम’ शब्द पर बल्कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक का फोटो ढक डाला।
photo- NDTVएनडीटीवी की ख़बर के मुताबिक, दिल्ली के कश्मीरी गेट के आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक की तस्वीरों में देखेंगे तो पता चलेगा कैसे अधिकारियों ने चुनाव आयोग के हुक्म की तामील उसके आदेश से आगे कुछ ज्यादा ही कर डाली। आपको बता दें कि, दिल्ली सरकार ने दिल्ली स्वास्थ्य सेवा के लिए आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक, आम आदमी पाली क्लिनिक जबकि परिवहन सेवा आम आदमी बायपास एक्सप्रेस सर्विस चलाई हुई हैं।
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने आपत्ति जताई थी कि दिल्ली सरकार की योजना आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक, आम आदमी बायपास एक्सप्रेस सर्विस आदि से ‘आम आदमी’ शब्द हटाया जाए क्योंकि इससे आम आदमी पार्टी का प्रचार हो रहा है और दिल्ली में इस समय दिल्ली नगर निगम चुनाव के चलते ‘आदर्श आचार संहिता’ लागू है जिसका उल्लंघन हो रहा है इसलिये इन सभी से ‘आम आदमी’ को हटाया जाए।
PHOTO- NDTVनिर्देश में चुनाव आचार संहिता लागू होने का हवाला देते हुए मुख्य सचिव एमएम कुट्टी और तीनों निगम आयुक्तों को सरकारी विज्ञापन वाले बैनर, होर्डिंग और बिलबोर्ड आदि से ‘आम’ शब्द दो दिन के भीतर हटाने को कहा है। इसमें केजरीवाल सरकार की आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक और आम आदमी बाईपास एक्सप्रेस सेवा आदि उन सभी योजनाओं को शामिल किया गया है जिनके नाम में ‘आम’ शब्द शामिल है।
बता देंं कि, आम आदमी पार्टी (आप) ने केजरीवाल सरकार की मोहल्ला क्लीनिक सहित अन्य अहम परियोजनाओं से ‘आम’ शब्द हटाए जाने के राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश को एकपक्षीय बताया है। आप की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडे ने आयोग के मंगलवार के निर्देश की वैधानिकता पर सवाल उठाया है। पांडे ने आयोग को लिखे पत्र में कहा कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर आयोग को दिल्ली सरकार का भी पक्ष सुनना चाहिए था।