देश में तेजी से फैल रहे घातक कोरोना वायरस के चलते बिगड़े हालात के बीच स्थिति दिनोंदिन और भयावह होती जा रही है। कोरोना की बढ़ती महामारी के बीच केन्द्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि इस महामारी से निपटने का जिम्मा नितिन गडकरी को सौंप देना चाहिए। सुब्रमण्यम स्वामी के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन एक विनम्र व्यक्ति थे और उन्हें स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति नहीं थी।

सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार 5 मई की सुबह ट्वीट कर लिखा है कि कोरोना से पूरी लड़ाई को लड़ने का जिम्मा प्रधानमंत्री मोदी को नितिन गडकरी को सौंप देना चाहिए। पीएमओ पर सिर्फ निर्भर रहने से काम नहीं चलेगा। कोरोना के बढ़ते केस के बाद जो हालात हैं उससे निपटने के तरीकों को लेकर विपक्ष की ओर से आलोचना हो रही है।
India will survive Coronavirus Pandemic as it did Islamic invaders and British Imperialists. We could face one more wave that targets children unless strict precautions now are taken. Modi should therefore delegate the conduct of this war to Gadkari. Relying on PMO is useless
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 5, 2021
वहीं, इससे पहले उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट करते हुए लिखा था, सरकार को यह कहना बंद कर देना चाहिए कि कितना ऑक्सीजन हमारे पास उपलब्ध है। बल्कि यह कहना चाहिए कि कितनी हमने सप्लाई की है और किन-किन अस्पतालों में इसे भेजी गई है।
स्वामी ने आगे कहा, पिछले साल अक्टूबर में ही स्टैंडिंग कमेटी फॉर हेल्थ ने यह चेताया था कि ऑक्सीजन सिलेंडर और सप्लाई की भारी किल्लत है। सरकार ने उसकी कोई परवाह नहीं की।
Govt should stop saying how much O2 is available but tell us how much has been supplied and to which hospital. As far back as October 2020, the Standing Committee of Parliament for Health had warned of the acute shortage in O2 cylinders in output & supply. Govt did not bother.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 3, 2021
गौरतलब है कि, देश इस समय कोरोना वायारस के कहर से जूझ रहा है। एक ओर लाखों की संख्या में रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं हजारों लोग अपनी जान गवां रहे हैं। वहीं, केंद्र सरकार समेत राज्य सरकारें इस लड़ाई से निपटने की हर संभव प्रयास कर रही है। देश के अस्पतालों में कोविड मरीजों से बेड फुल है जबकि इसके खिलाफ लड़ाई में संसाधानों की कमी पड़ रही है। हालत ये हो चुकी है कि लगातार अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से वेंटिलेटर पर कोविड-19 के मरीज दम तोड़ रहे हैं।