देश के सबसे अमीर उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाले हिंदी समाचार चैनल ‘न्यूज 18 इंडिया’ के लिए काम करने वाले एंकर अमीश देवगन को अक्सर विवादास्पद टीवी एंकर अर्नब गोस्वामी का हिंदी वर्जन (संस्करण) बताते हुए लोग सोशल मीडिया पर ट्रोल करते रहते है। अक्सर अमीश देवगन पर यूजर्स अर्नब गोस्वामी का नकल करने का आरोप लगाकर मजा लेते रहते हैं। इस बीच, अमीश देवगन एक बार फिर से सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए है, लोग उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
दरअसल, कोरोनो वायरस महामारी के बीच अमीश देवगन ने हाल ही में एक ट्वीट किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था, “कुछ लोग नकारात्मकता पैदा करने और अवसाद को बढ़ावा देने के लिए हैं। उन्हें अनफॉलो करके ही बाहर रखना सबसे अच्छा है। आइए आशा और सकारात्मकता फैलाएं। हम जीतेंगे।”
देवगन का यह ट्वीट अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। अपने इस ट्वीट को लेकर वो यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोग उन्हें ट्रोल करते हुए जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। देवगन के ट्वीट पर कई वरिष्ठ पत्रकारों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएँ दी हैं।
वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम ने अपने ट्वीट में लिखा, “चमचे देवगन, खुद को पत्रकार कहते हो। जिनके घरों में मौतें हो रही है न, उनसे पॉजिटिविटी पूछो। जिस माँ के सामने बेटा ऑक्सिजन के लिए तड़पकर मर गया, उससे पूछो। गले में सिलिंडर लटकाए लोग गेट पर पड़े हैं, उनसे पूछो कि पॉजिटिविटी क्या होती है। चाटूकारिता की इतनी पड़ी है?”
चमचे देवगन,
खुद को पत्रकार कहते हो .
जिनके घरों में मौतें हो रही है न , उनसे पॉजिटिविटी पूछो .
जिस माँ के सामने बेटाऑक्सिजन के लिए तड़पकर मर गया ,उससे पूछो.
गले में सिलिंडर लटकाए लोग गेट पर पड़े हैं,उनसे पूछो कि पॉजिटिविटी क्या होती है .
चाटूकारिता की इतनी पड़ी है? https://t.co/T5IYr5wOJw— Ajit Anjum (@ajitanjum) April 20, 2021
एक अन्य यूजर ने लिखा, “मोदी भक्ति उस दिन खत्म हो जाती है जिस दिन परिवार के किसी सदस्य को कोरोना हो जाता है और किसी अस्पताल में बेड नहीं मिलता बाद में फिर दवाई ना मिलने ऑक्सीजन न मिलने के कारण सदस्य की मृत्यु हो जाती है और भाजपा और RSS का कोई बड़ा नेता मदद के लिए सामने नहीं आता उसी क्षण मोदी भक्ति खत्म।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “तुम जैसे दलों की वजह से देश का यह हाल हो गया है। अगर तो करोना तुम्हारे घर में घुस जाए, तब पता चलेगा तुम्हें। अब तो सरकार से पूछ लो मोदी मोदी करते रहते थे। राम मंदिर बनाने की बजाय अगर मोदी ने हस्पताल बनवाए होते तो आज देश की यह हालत ना होती नहीं चाहिए हमें रामराज्य।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, ” ईश्वर करे बस ऐसा तेरे घर का नजारा हो, फिर तुझसे हम भी पूछेंगे की कितना positive फील कर रहे हो और कितनी hope बची है तुममें ??? हरामखोर”। बता दें कि, इसी तरह तमाम यूजर्स देवगन के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट:
India has become one huge crematorium but these bootlickers want positivity. When your house is on fire you don’t celebrate the light. You try to douse the fire. Tone deaf. https://t.co/j5JIFwx5Zg
— Shivam Vij (@DilliDurAst) April 20, 2021
मोदी भक्ति उस दिन खत्म हो जाती है जिस दिन परिवार के किसी सदस्य को कोरोना हो जाता है और किसी अस्पताल में बेड नहीं मिलता बाद में फिर दवाई ना मिलने ऑक्सीजन न मिलने के कारण सदस्य की मृत्यु हो जाती है और भाजपा और rss का कोई बड़ा नेता मदद के लिए सामने नहीं आता उसी क्षण मोदी भक्ति खत्म
— awaken citizen of india (Parody) (@awaken_citizen1) April 20, 2021
ईश्वर करे बस ऐसा तेरे घर का नजारा हो,
फिर तुझसे हम भी पूछेंगे की कितना positive फील कर रहे हो और कितनी hope बची है तुममें ???
हरामखोर ???????????? pic.twitter.com/rb7GRRlJdV
— Ashok Kumar Gehlot ( Lakhera ) (@SimplyAshokKr) April 20, 2021
तुम जैसे दलों की वजह से देश का यह हाल हो गया है। अगर तो करोना तुम्हारे घर में घुस जाए, तब पता चलेगा तुम्हें.अब तो सरकार से पूछ लो मोदी मोदी करते रहते थे।राम मंदिर बनाने की बजाय अगर मोदी ने हस्पताल बनवाए होते तो आज देश की यह हालत ना होती नहीं चाहिए हमें रामराज्य। pic.twitter.com/YKIKgw6ffW
— Babal (@Babal00850) April 20, 2021
बैठ के स्टूडियो में पॉजिटिविटी इकट्ठा करते फिर रहे हो पॉजिटिविटी पर ज्ञान पेलने से पहले तुम्हारा टैग ट्वीट पीएमओ ऑफिस और नरेंद्र मोदी जी को सवाल के साथ जाना चाहिए था अगर नहीं सवाल कर सकते तो फ्री का ज्ञान मत बाटो
— Baljeet singh ballgan (@baljeet89879990) April 20, 2021
इस फोटो को देखकर बता तेरी सोच नेगेटिव है या पोजीटिव?
एक मां के पैरों में एक जवान बेटे की लाश पड़ी है,
और आप जैसे लोग एक इंसान के महिमा मंडन में लगे हुए हैं!
भगवान ना करे यह तस्वीर अगर आपके परिवार से संबंधित होती तो कौन-सी भावना पैदा होती?
नेगेटिव या पाज़िटिव?
अब तो सुधर जाओ ???? pic.twitter.com/Knuq3vdXXR— एक दूसरे की सहायता करो (मानव धर्म निभाना) (@swamiraj636) April 20, 2021