पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के संस्थापक और योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को किसी भी “बड़े फैसले” लेने से पहले देश में सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों से परिचित होना चाहिए। उन्होंने कहा, ”उन्हें मेरी तरह के लोगों को सलाहकार के तौर पर नियुक्त करना चाहिए, जो उन्हें महत्वपूर्ण मुद्दों में “निष्पक्ष अंतर्दृष्टि” प्रदान करेंगे। रामदेव का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में हाल में हुए हमले के बाद वहां जाने को लेकर 34 वर्षीय ऐक्ट्रेस को दक्षिणपंथी संगठनों और भाजपा नेताओं की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि, बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में 5 जनवरी की हिंसा को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने को लेकर दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया और भाजपा के कुछ नेताओं ने उनकी आलोचना की है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक रामदेव ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, “एक अभिनेता के रूप में दीपिका की दक्षता एक अलग तरह का खेल है। हालांकि, उन्हें पहले सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों का अध्ययन करना चाहिए और हमारे देश के बारे में समझना चाहिए। इस ज्ञान को प्राप्त करने के बाद ही उन्हें बड़े फैसले लेने चाहिए।”
उन्होंने आगे चुटकी लेते हुए कहा, “मुझे लगता है कि दीपिका पादुकोण को स्वामी रामदेव जैसे व्यक्तियों के पास सही सलाह के लिए होना चाहिए।”
गौरतलब है कि, दीपिका पादुकोण जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों पर हुए हमले के बाद अपनी एकजुटता दिखाने के लिए बीते दिनों जेएनयू पहुंची लेकिन उन्होंने वहां मौजूद लोगों को संबोधित नहीं किया। वह हिंसा में घायल हुईं जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष से मिलीं।
34 वर्षीय अभिनेत्री दीपिका पादुकोण राष्ट्रीय राजधानी में अपनी आगामी फिल्म ‘छपाक’ के प्रचार के लिए आईं थी। लेफ्ट के प्रदर्शन के दौरान दीपिका पादुकोण के पहुंचने के बाद यह विवाद फिल्म इंडस्ट्री तक पहुंच गया। उनके जेएनयू जाने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गई जब एक वर्ग ने इसकी आलोचना की जबकि दूसरे वर्ग ने इसे सराहा।