मेरठ के कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विनय प्रधान ने पार्टी के व्हाट्सऐप ग्रुप में एक पोस्ट डाला, जिसमें उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पप्पू के नाम से संबोधित किया है। पार्टी को राहुल गांधी को पप्पू लिखना पसंद नहीं आया और इस पोस्ट को लेकर कांग्रेसियों में हड़कंप मच गया है। जिसके बाद विनय प्रधान पर पार्टी ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार (13 जून) को जिलाध्यक्ष पद समेत सभी पदों से हटा दिया गया और पार्टी से भी सस्पेंड कर दिया गया।
file photo- Deccan Chronicleमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दो दिन पहले मेरठ के जिलाध्यक्ष विनय प्रधान ने मंदसौर की घटना को लेकर एक व्हॉट्सऐप ग्रुप मैसेज में राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कई बार पप्पू कह दिया था। राहुल गांधी की तारीफ में विनय प्रधान ने लिखा था कि राहुल गांधी जिसे देश का एक हिस्सा पप्पू के नाम से भी जानता है। आज आप बताएं कि क्या पप्पू ने कभी महंगी गाड़ियों का शौक पाला? जबकि वो पाल सकते थे। कभी अंबानी, अडानी, माल्या की पार्टी में शामिल नहीं हुआ न, जबकि शामिल हो सकते थे।
विनय प्रधान ने लिखा कि क्या पप्पू ने कभी शान-शौकत का प्रदर्शन किया? नहीं परंतु कर सकता था। पप्पू मंत्री और प्रधानमंत्री भी बन सकता था पर बना? नहीं, जबकि मनमोहन सिंह तो उनको पीएम बनाने का इशारा कर चुके थे। पप्पू से पूरे दस साल अंबानी, अडानी मिलना चाहते रहे।
साथ ही विनय प्रधान ने लिखा कि 2004 से 2014 तक सरकार रही और पप्पू के एक इशारे पर सरकार के मंत्री उनका काम कर सकते थे लेकिन पप्पू ने अंबानी, अडानी को 5 मिनट का समय भी नहीं दिया। क्योंकि वो पप्पू था जानता था कि ये सरकार से केवल बिजनेस करेंगे, गरीबों का खून चूसेंगे। वो अटकते हैं धारा प्रवाह नहीं बोल पाते, संघ इसीलिए पप्पू बनाने के मिशन में लग गया परन्तु हिंदी में धारा प्रवाह भाषण देकर झूठ बोलने से बेहतर ईमानदारी से जनता के लिए संघर्ष करना है।
photo- ABP NEWSगौरतलब है कि, आपने विपक्ष पार्टी के नेताओं द्वारा कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पप्पू कहते हुए तो सुना होगा लेकिन मेरठ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विनय प्रधान के इस पोस्ट को लेकर कांग्रेसियों में हड़कंप मच गया है।