जम्मू-कश्मीर में हिजबुल आतंकियों के साथ गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी देवेंद्र सिंह को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की कथित ‘खामोशी’ पर सवाल उठाए हैं। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी दविंदर सिंह की गिरफ्तारी को लेकर सवाल किया कि सिंह किसके निर्देशों पर काम कर रहा था।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘डीएसपी दविंदर सिंह की गिरफ्तारी से परेशान करने वाले सवाल खड़े हुए हैं जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह बहुत अजीब लगता है कि वह न सिर्फ शिनाख्त किए जाने से बचा, बल्कि वह मौजूदा हालात में जम्मू-कश्मीर में विदेशी राजनयिकों के दौरे के समय उनके साथ रहने जैसे महत्वूपर्ण संवेदनशील ड्यूटी में लगाया गया।’ उन्होंने सवाल किया, ‘वह किसके निर्देशों पर काम कर रहा था?’ कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘पूरी जांच होनी चाहिए। भारत के खिलाफ आतंकी हमले के षड्यंत्र में मदद करना देशद्रोह है।’
..Whose orders was he working under?
A full investigation must be made. Helping terrorists plan attacks on India is treason. 2/2#TerroristDavinderCoverUp
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 16, 2020
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘DSP दविंदर सिंह ने तीन ऐसे आतंकवादियों को अपने घर पर पनाह दी और उन्हें दिल्ली ले जाते हुए पकड़ा गया, जिनके हाथ में भारतीय नागरिकों का खून लगा है।’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उसके खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में छह महीने के भीतर मुकदमा चलना चाहिए और अगर वह दोषी है तो उसे भारत के खिलाफ देशद्रोह के लिए कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।’
राहुल गांधी ने सवाल किया, ‘दविंदर सिंह पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और एनएसए खामोश क्यों हैं? पुलवामा हमले में दविंदर सिंह की क्या भूमिका थी? उसने और कितने आतंकवादियों की मदद की? उसे कौन संरक्षण दे रहा था और क्यों दे रहा था?’
DSP Davinder Singh sheltered 3 terrorists with ???????? blood on their hands at his home & was caught ferrying them to Delhi.
He must be tried by a fast track court within 6 months & if guilty, given the harshest possible sentence for treason against ????????.#TerroristDavinderCoverUp pic.twitter.com/gc2BlhBOwM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 16, 2020
वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने दविंदर सिंह के आतंकवादियों से रिश्ते के सबूत सामने आने के बाद संसद पर हमले और पुलवामा कांड की पूरी जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “जम्मू कश्मीर में पदस्थ डीएसपी दविंदर सिंह को आतंकवादियो के साथ पकड़ा गया। दविंदर सिंह की संसद हमले व पुलवामा कांड में भी संदिग्ध भूमिका की बाते निरंतर सामने आ रही है। यह एक बड़ी ख़ुफ़िया विफलता का मामला है,इस पर कई सवाल उठ रहे है। इसकी पूरी जांच होना चाहिए।”
जम्मू कश्मीर में पदस्थ डीएसपी दविंदर सिंह को आतंकवादियो के साथ पकड़ा गया
दविंदर सिंह की संसद हमले व पुलवामा कांड में भी संदिग्ध भूमिका की बाते निरंतर सामने आ रही है
यह एक बड़ी ख़ुफ़िया विफलता का मामला है,इस पर कई सवाल उठ रहे है
इसकी पूरी जाँच होना चाहिये#TerroristDavinderCoverUp— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 16, 2020
बता दें कि, देविंदर सिंह को पुलिस ने 12 जनवरी को दो आतंकियों के साथ गिरफ्तार किया था। आतंकवादियों से साठगांठ के आरोप में गिरफ्तार डीएसपी देवेंद्र सिंह से शेर-ए-कश्मीर पुलिस मेडल को वापस ले लिया है। 2013 में दविंदर सिंह तब चर्चा में आया था जब संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु द्वारा लिखी गई एक चिट्ठी, जिसमें दावा किया गया था अधिकारी ने उसे संसद हमले के एक आरोपी को साथ दिल्ली ले जाने और उसके रहने की व्यवस्था करने को कहा था।