उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद से ही सबसे पहले महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया गया है और प्रदेश के तमाम शहरों में अभियान भी चलाया। लेकिन बीजेपी ने साफ किया है कि इस स्क्वॉड का मकसद सिर्फ छेड़छाड़ पर लगाम लगाना है।
photo- hindi.oneindia.comलेकिन लगता है एंटी रोमियो स्क्वायड के नाम यूपी पुलिस मनमानी पर उतर आई है, जिसका ताजा मामला मुरादाबाद से सामने आया है। पुलिस पर बेवजह परेशान करने का आरोप लग रहा है। हिंदी one india न्यूज़ के मुताबिक, डायल 100 को किसी ने सूचना दी थी कि घर में एक युवक-युवती रंगरेलियां मना रहे हैं।
इसी सूचना पर पुलिस का एंटी रोमियो स्क्वॉयड फौरन हरकत में आया और छात्रा और टीचर को पकड़ लिया। छात्रा बार-बार कहती रही कि सर मैं नोट्स लेने आयी हूं, लेकिन पुलिस ने इऩकी फऱियाद को अनसुना कर दिय़ा।
टीचर और छात्रा ने हाथ जोड़े लेकिन फिर भी डायल 100 पुलिस ने एक नही सुनी छात्रा और टीचर को जीप में बिठा लिया और थाने लेकर चली गई। यह ड्रामा देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गयी।
PHOTO- ABP NEWSलेकिन सवाल ये है कि इस पूरे कार्रवाई में महिला पुलिस को भी होना चाहिए था पर यहां महिला पुलिस नहीं थी। डायल 100 गाड़ी में पुलिस, टीचर और छात्रा को कोतवाली ले गयी और घंटो बाद कोई सबूत न मिलने पर बिना किसी कार्रवाई के पुलिस ने छोड़ दिया।