बिहार सरकार के लाख कोशिशों के बाद भी राज्य में अवैध रूप से शराब की बिक्री लगातार जारी है, जिसका अंदाजा आप इसी ख़बर से लगा सकते है। बिहार में शराब बरामदगी कोई नई बात नहीं है, प्रतिदिन राज्य के किसी न किसी इलाके में शराब बरामदगी का मामला सामने आता रहता है। इस बीच, पटना के दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी इलाके में पटना की डिप्टी मेयर रजनी देवी के आवास पर पुलिस ने शनिवार को छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उनके बेटे आतिश कुमार उर्फ आतिश यादव (23) और उसके तीन दोस्तों को रात के करीब शराब पार्टी करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
फाइल फोटोटाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों की पहचान धनंजय कुमार (36), मोहम्मद वकील (31) और ईश्वर सिंह (26) के रूप में हुई है।
डीएसपी (कानून व्यवस्था) संजय कुमार ने कहा कि, “दीघा पुलिस थाने के एसएचओ और उनकी टीम ने छापेमारी की। चारों को शराब के साथ पार्टी करते हुए पाया गया।” उन्होंने कहा कि, रविवार को पटना की एक अदालत में पेश करने के बाद चारों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
दीघा थाने के एसएचओ राजेश सिन्हा ने कहा कि आधी रात से करीब 20 मिनट पहले किसी ने पटना पुलिस के डायल-100 कंट्रोल रूम को फोन किया कि कुर्जी इलाके के एक घर में शराब पार्टी चल रही है। सिन्हा ने कहा, “सूचना के बाद, पुलिस ने विशिष्ट घर पर छापा मारा और शराब पार्टी करते चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
सिन्हा ने कहा कि मौके से भारत निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) की तीन खाली बोतलें बरामद की गईं। एसएचओ ने कहा कि ईश्वर के शरीर (237.1mg/100ml), धनंजय (234.7mg/100ml), आतिश (188.8mg/100ml) और वकील (152.4mg/100ml) में अल्कोहल की मौजूदगी के चारों पर किए गए ब्रेथ एनालाइज़र टेस्ट में पाया गया।
एसएचओ ने कहा कि छापेमारी के वक्त आतिश के माता-पिता वहां नहीं थे। उन्होंने कहा, “पुलिस को पता चला है कि उन्होंने उसी पड़ोस में एक और घर खरीदा है और वहां रहते हैं।”
राज्य की राजधानी में तीन दिनों के भीतर इस तरह की यह दूसरी घटना है। सात अक्टूबर की रात पुलिस ने पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के अल्पना बाजार के पास मानव एन्क्लेव अपार्टमेंट में छापेमारी कर बिहार क्रिकेट संघ के महाप्रबंधक नीरज सिंह (56) को शराब पार्टी करते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने एक गिलास में 100 मिलीलीटर शराब बरामद की है। मौके से शराब की कोई बोतल बरामद नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि, बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस अलर्ट पर है। पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों की ओर से शराब और खाने-पीने की पार्टियों का दौर तेज होता जा रहा है। पुलिस भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज रही है।