देश भर के अलग-अलग राज्यों में हो रहे किसानों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। मध्य प्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र में किसानों का आंदोलन हिंसक हो गया है। महाराष्ट्र के कल्याण में नेवी के जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों ने गुरुवार(22 जून) को ठाणे-बदलापुर हाईवे पर जाम लगाकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों और पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ ही कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
फोटो: ANIउग्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया और पुलिस कर्मियों पर पत्थरबाजी की। जिसमें दो इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए हैं। प्रशासन ने स्थिति को भांपते हुए पुणे-बदलापुर हाईवे पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा है। जिससे की स्थिति पर काबू पाया जा सके।
#Visuals from Thane-Badlapur highway where farmers protest turned violent, farmers say their land is being acquired by MoD. #Maharashtra pic.twitter.com/X5TgogeoMU
— ANI (@ANI) June 22, 2017
बता दें कि 15 दिन के भीतर ही महाराष्ट्र के किसानों का यह दूसरा हिंसक आंदोलन है। इससे पहले बीजेपी शासित राज्य महाराष्ट्र में 1 जून से लेकर कई दिनों तक किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया था। जिसके बाद राज्य सरकार को सीमांत और मझोले किसानों का 30,000 करोड़ रूपये का कर्ज माफ करने की घोषणा करनी पड़ी थी।
वहीं, मध्य प्रदेश में 1 जून से 10 तक किसानों ने हिंसक प्रदर्शन किया था। इस दौरान मंदसौर में 6 जून को प्रदर्शनकारियों पर पुलिस पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में छह किसानों की मौत हो गई थी और कई अन्य किसान घायल हो गये थे। इसके बाद किसान भड़क गये और किसान आंदोलन समूचे मध्य प्रदेश में फैल गया तथा और हिंसक हो गया।
क्या है मामला?
दरअसल, किसान रक्षा मंत्रालय द्वारा जमीन अधिग्रहण किए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार हवाई अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण करना चाहती है, जिसे लेकर किसानों में आक्रोश है। तकरीबन 17 गांव के किसानों को अपनी जमीन छीने जाने का डर है। इतना ही नहीं किसानों ने ये भी आरोप लगाया है कि उन्हें उनकी जमीन पर खेती करने से मना किया जा रहा है।
हालांकि, यहां के गांव वाले एक लंबे समय से इस जमीन का उपयोग खेती के लिए करते रहे हैं। किसानों का आरोप है कि फडणवीस सरकार उनसे बिना सहमति लिए उनकी जमीन ले रही है। बता दें कि इस गांव में विश्व युद्ध के दौरान की एक एयर स्ट्रिप है और इसके आसपास की जमीन रक्षा मंत्रालय की है।