कुख्यात अपराधी एवं कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर पर अब तरह-तरह के सवाल भी उठने लग गए है। इस बीच, इस वरिष्ठ पत्रकार और समाचार चैनल इंडिया टीवी के चेयरमैन व एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने विकास दुबे के एनकाउंटर पर सवाल उठाने वालों पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया। लेकिन अपने इस ट्वीट को लेकर रजत शर्मा खुद सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोगों ने उन्हें बुरी तरह ट्रोल करना शुरु कर दिया।
गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर पर सवाल उठाने वालों पर निशाना साधते हुए वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा, “खूंखार विकास दुबे के एनकाउंटर पर सवाल उठाने वालों से कहूँगा सियासत बाद में कर लें। अभी उन शहीद पुलिसवालों के परिवारों के बारे में सोचें जिनकी उसने निर्दयता से हत्या की। ऐसे अपराधी की न कोई जाति होती है, न धर्म, न पार्टी। वो तो सबका इस्तेमाल करता है।”
इंडिया टीवी के चेयरमैन व एडिटर इन चीफ रजत शर्मा अपने इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोगों ने उन्हें बुरी तरह ट्रोल करना शुरु कर दिया। उनके इस ट्वीट पर कई यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट
एक यूजर ने लिखा, “कभी दलाली से बहार आइए। देश का मीडिया जिसे व्यवस्था सत्ता से सवाल करना है और करना उसका धर्म है वह सत्ता की साथ खड़ा है उसके अवगुण छिपाता है सवाल विपक्ष और जनता से करते है तुम डूबकर मर क्यों नहीं जाते, मुल्क में कोई कमी नहीं आएगी। शर्मनाक लोग शर्मनाक काम।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “भगत दलाल फर्जी एनकाउंटर करने से शहीद हुए पुलिस बालों के परिवार बालो को इन्साफ नहीं मिला। भगत दलाल इन्साफ जब मिलता जब विकास को पनाह संरक्षण देने वाले बीजेपी के नेताओ को सजा मिलती।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “शर्मा जी इतनी चापलूसी भी अच्छी नहीं पहले पुलिस और नेताओ का सम्बंध तो खुलने देते और अब तो कुछ पता ही नही चल पायेगा कि कौन कौन मिला हुआ था। उसका एनकाउंटर तो कभी भी किया जा सकता था। मृतकों के घरवाले भी चाहेगें की पता चले विकास दूबे के साथ कौन कौन मिला हुआ था।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “विकाश दुबे का एनकाउंटर नही हत्या हुई है। जिसमे कई खादी और खाकी वालो के गुनाह छिप गए।” इसी तरह तमाम यूजर्स रजत शर्मा के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं देते हुए उन्हें खरी-खोटी सुना रहे हैं।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट
कभी दलाली से बहार आइये .देश का मिडिया जिसे व्यवस्था सत्ता स सवाल करना है और करना उसका धर्म है वह सत्ता की साथ खड़ा है उसके अवगुण छिपाता है सवाल विपक्ष और जनता से करते है तुम डूबकर मर क्यों नहीं जाते ,मुल्क में कोई कमी नहीं आएगी .
शर्मनाक लोग शर्मनाक काम .— जितेंद्र पंवार – देश बचाओ पार्टी (@jitendr_panwar) July 10, 2020
शर्माजी इतनी चापलूसी भी अच्छी नहीं पहले पुलिस और नेताओ का सम्बंध तो खुलने देते और अब तो कुछ पता ही नही चल पायेगा कि कौन कौन मिला हुआ था। उसका एनकाउंटर तो कभी भी किया जा सकता था । मृतकों के घरवाले भी चाहेगें की पता चले विकास दूबे के साथ कौन कौन मिला हुआ था। @RajatSharmaLive
— Avadhesh Sharma (@avadhesh1569) July 10, 2020
अगर कस्टडी में रखता तो सारे राज सामने आ सकता था अब बी जे पी क नेता की शतानी दिमाग कब काम अता इसलिए इंकोंटर करवाया गया ?
— Tabrez Malik (@Tabrezmalik10k) July 10, 2020
विकाश दुबे का एनकाउंटर नही हत्या हुई है ।
जिसमे कई खादी और खाकी वालो के गुनाह छिप गए ।— Perwej Alam (@PerwejOfficial) July 10, 2020
लेकिन जिनका इस्तेमाल किया उनका नाम तो नही आया ना बाहर
दलाल शर्मा जीआपके आका तो बच निकले
शहीद पुलिस वालो को शांति तभी मिलती जब वो सारे गद्दार पकड़े जाते।
लेकिन आपको इनसे क्या मतलब आप को तो चचा ने दलाली की पोस्ट पर बैठा रखा है
— FooL Media (@FoolMedia) July 10, 2020
पार्टी तो थी सरकार के साथ कईं फोटो में नजर आ रहा है.
सरकार को बाद में बचा लेना पहले सच्ची पत्रकारिता के बारे में सोचो लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को बचाने की सोचो— Rishi Saini (@Rishi_INC) July 10, 2020
अगर ये एंकाउंटर किसी विपक्ष शासित राज्य में हुआ होता तो तुम सबसे ज़्यादा विधवा विलाप कर रहे होते , रजत शर्मा !
— Pradeep Gupta (@68pradeepgupta) July 10, 2020