पांच राज्यों की विधानसभा चुनावों के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वनीयता पर उठे सवालों के बीच चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को आज शनिवार (3 जून) को ईवीएम हैक करने की चुनौती दी थी। जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी (एनसीपी) और कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (एम) हिस्सा ले रही हैं। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) ने इस हैकाथन से किनारा कर लिया है।
आयोय ने कहा कि हर दलों को EVM से छेड़छाड़ साबित करने का मौका मिलेगा, इस दौरान हर दल को 4 घंटे का समय दिया जाएगा। हालांकि एनसीपी ने कहा था कि हैकिंग के लिए 4 घंटों बहुत कम हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयोग ने ईवीएम चैलेंज के लिए उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड के ‘स्ट्रांग रूम’ से 14 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) मंगाई हैं, जिनका उपयोग हालिया विधानसभा चुनाव में किया गया था। इसका आयोजन दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के मुख्यालय में हो रहा है।
#FLASH Election Commission's EVM Challenge begins at EC Delhi office; NCP and CPI(M) participate. pic.twitter.com/WPZKaF5s4r
— ANI (@ANI) June 3, 2017
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने सबसे पहले ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इसके बाद अन्य दलों ने भी आयोग क समक्ष ईवीएम को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। विपक्षी दलों की चिंताओं को देखते हुए आयोग ने सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया था, जिसमें हैकेथॉन की तारीख तय की गई थी।
गौरतलब है कि, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली एमसीडी चुनाव के बाद आरोप लगाते हुए कहा था कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बहुत ही आसानी से छेड़छाड़ संभव है। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को चैलैंज भी किया था कि उन्हें अगर मौका मिला तो वो बहुत ही आसानी से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ कर सकते हैं।
हालांकि अब आम आदमी पार्टी ने खुद को इस हैकेथॉन से दूर कर लिया है। हैकेथॉन से पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम का हैकिंग डेमो देकर सनसनी मचा दी थी। दरअसल आप चाहती थी कि चुनाव आयोग उसको मदर बोर्ड से छेड़छाड़ की इजाजत दे जबकि चुनाव आयोग ने मदर बोर्ड को खोलने की इजाजत देने से साफ इंकार कर दिया था