राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को गुरुवार को देशभक्त बताने के कुछ ही घंटे बाद मालेगांव बम विस्फोट मामले में लंबे समय तक कानूनी प्रक्रिया का सामना कर चुकीं इस मामले में अभियुक्त और मध्य प्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपना विवादित बयान वापस लेते हुए देश के लोगों से माफी मांग ली।
प्रज्ञा के प्रवक्ता एवं मध्य प्रदेश भाजपा नेता हितेश बाजपेयी ने बताया, ‘प्रज्ञा जी ने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है।’ जब उनसे सवाल किया गया कि क्या प्रज्ञा ने मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह से माफी मांगी है, तो इस पर बाजपेयी ने कहा, ‘यह मुद्दा नहीं है। उन्होंने माफी मांग ली है और अपना बयान वापस ले लिया है।’
इसके अलावा अपने बयान पर सफाई देते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘मैं रोडशो में थी, भगवा आतंक को जोड़कर मुझसे प्रश्न किया गया, मैंने तत्काल चलते-चलते उत्तर दिया। मेरी भावना किसी को कष्ट पहुंचाने की नहीं थी। किसी भावनाओं को कष्ट पहुंचा है तो मैं माफी मांगती हूं। गांधी जी ने देश के लिए जो भी किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता है। मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं। इस बयान को मीडिया ने तोड़-मरोड़कर पेश किया है। मैं पार्टी का अनुशासन मानने वाली कार्यकर्ता हूं। जो पार्टी की लाइन है वही मेरी लाइन है।’
#WATCH Pragya Thakur on 'Godse is patriot' remark: "It was my personal opinion remark. My intention was not to hurt anyone's sentiments. If I've hurt anyone I do apologise. What Gandhi Ji has done for the country cannot be forgotten. My statement has been twisted by the media." pic.twitter.com/n6Ih6of1Qd
— ANI (@ANI) May 16, 2019
देवास लोकसभा सीट पर 19 मई को होने वाले चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी महेन्द्र सोलंकी के समर्थन में आगर मालवा में रोडशो कर रही प्रज्ञा ने एक सवाल के जवाब में स्थानीय न्यूज चैनल से कहा, ‘नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। गोडसे को आतंकी बोलने वाले खुद के गिरेबान में झांककर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसा बोलने वालों को जवाब दे दिया जाएगा।’
#WATCH BJP Bhopal Lok Sabha Candidate Pragya Singh Thakur says 'Nathuram Godse was a 'deshbhakt', is a 'deshbhakt' and will remain a 'deshbhakt'. People calling him a terrorist should instead look within, such people will be given a befitting reply in these elections pic.twitter.com/4swldCCaHK
— ANI (@ANI) May 16, 2019
साध्वी प्रज्ञा का यह बयान मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक और मशहूर अभिनेता कमल हासन के उस बयान के बाद आया जिसमें उन्होंने कहा था कि आजाद भारत का पहला ‘‘उग्रवादी हिंदू’’ था। वह महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे के संदर्भ में बात कर रहे थे। बीजेपी प्रत्याशी से कमल हासन के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी।उक्त चैनल के पत्रकार ने प्रज्ञा से सवाल किया था कुछ दिन पहले कमल हासन ने गोडसे को देश का पहला हिंदू आतंकवादी कहा था, इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है।
बीजेपी की सफाई
प्रज्ञा के बयान के बाद आलोचनाओं में घिरी भारतीय जनता पार्टी इस मामले पर सफाई दी है। बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा दिए गए, ‘नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे’ वाले बयान से बीजेपी सहमत नहीं है और इसकी निंदा करती है। पार्टी उनसे इस मामले में सफाई मांगेगी और उनसे सार्वजनिक तौर पर इस कथन के लिए माफी मांगने के लिए कहेगी।
साध्वी प्रज्ञा ने हेमंत करकरे पर दिया था विवादित बयान
ज्ञात हो कि, बीजेपी ने प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही प्रज्ञा अपने बयानों की वजह से पार्टी को मुश्किल में खड़ा कर रही हैं। प्रज्ञा ने इससे पहले मुंबई के एटीएस प्रमुख रहे और 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में आतंकवादियों की गोली से शहीद हुए हेमंत करकरे पर विवादित बयान दिया था। मामले के तूल पकड़ने पर उन्होंने बयान वापस लेते हुए माफी भी मांग ली थी।
प्रज्ञा ने मुंबई हमलों के दौरान शहीद हुए हेमंत करकरे के खिलाफ विवादित बयान देते हुए कहा था कि मालेगांव बम धमाके के मामले में गिरफ्तारी के बाद करकरे ने उन्हें यातनाएं दी थीं और उनके शाप की ही वजह से आतंकवादियों ने उन्हें मार डाला। 29 सितंबर, 2008 को मालेगांव में हुए बम धमाकों के मामले में प्रज्ञा आरोपी हैं और तकरीबन 9 साल जेल में रही हैं। इस बहुचर्चित मामले में वह इन दिनों जमानत पर चल रही हैं।