उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के लिये नामांकन प्रक्रिया शुरु हो चुकी है, जिसके प्रचार के लिए नेता मतदाओं को रिझा रहे हैं। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के नेता रंजीत बहादुर श्रीवास्तव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें साफ-साफ सुनाई दे रहा है कि, वो मुस्लिमों को डरा धमका कर निकाय चुनाव में वोट लेना चाहते हैं।
ख़बरों के मुताबिक, इनकी पत्नी शशि श्रीवास्तव बाराबंकी में BJP के चेयरमैन पद की प्रत्याशी हैं। अपनी पत्नी के लिए रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने सोमवार को खुलेआम मंच से मुस्लिम मतदाताओं को धमकाया और वोट न देने पर उन्हें परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।
वीडियो में दिख रहा है बीजेपी नेता रंजीत बहादुर वोट मांगते हुए कह रहें है कि, भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, समाजवादी पार्टी की सरकार नहीं है। यहां पर जा करके डीएम, एसपी से तुम अपना काम नहीं करा सकते हो। यहां पर कोई नेता तुम्हारी मदद नहीं कर सकता है। सड़क, खड़ंजा, नाली नगर पालिका का काम है।
दूसरी भी मुसीबतें तुम्हारे ऊपर आ सकती हैं। आज तुम्हारा कोई पैरोकार भारतीय जनता पार्टी के अंदर नहीं है। अगर हमारे सभासदों को तुमने बगैर भेदभाव के चुनाव नहीं जिताया अगर रंजीत बहादुर की पत्नी शशि श्रीवास्तव को तुमने वोट देकर चुनाव नहीं जिताया तो इस दूरी के बाद तुमको समाजवादी पार्टी बचाने नहीं आएगी।
आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी का शासनकाल है। जो कष्ट तुमको नहीं झेलने पड़े थे वो कष्ट तुमको उठाने पड़ सकते हैं। इसलिए मैं मुसलमानों से कह रहा हूं, अगर वोट दोगे तो सुखी रहोगे, अगर वोट नहीं दोगे तो जो कष्ट झेलोगे, उसका अंदाजा तुमको स्वत: लग जाएगा।
देखिए वीडियो
BJP नेता ने खुले मंच से दी मुसमानों को धमकी, वोट न देने पर कही…
यूपी निकाय चुनावः BJP नेता ने खुले मंच से दी मुसमानों को धमकी, वोट न देने पर कहीं अंजाम भुगतने की बात
Posted by Janta Ka Reporter on Friday, November 17, 2017
एबीपी न्यूज़ के मुताबिक, जिस वक्त रंजीत बहादुर ऐसे भड़काऊ बयान दे रहे थे उस वक्त मंच पर यूपी सरकार के दो मंत्री भी मौजूद थे, दारा सिंह चौहान और रमापति शास्त्री। इन दोनों मंत्रियों के सामने ही रंजीत ने बहादुरी से अपना बयान दिया। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बता दें कि, इससे पहले देवरिया के बरहज से भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के विधायक सुरेश तिवारी ने एक विवादित बयान दिया था। विधायक सुरेश तिवारी ने कहा था कि, इस बार मेयर चुनाव में अगर हमारा प्रत्याशी नहीं जीता तो वह दूसरे चेयरमैन को ‘शिखंडी’ बना देंगे।

बता दें कि, राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ राज्य में सबका साथ सबका विकास के नारे को लागू करने पर जोर दे रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ उनके ही पार्टी के नेता मुस्लिमों को डरा धमका निकाय चुनाव में वोट लेना चाहते हैं। बीजेपी के लिए यूपी निकाय चुनाव में उसके अपने नेता ही उनकी मुसीबते बनते जा रहें है। आये दिन कोई न कोई सत्ताधारी पार्टी का विधायक या नेता ऐसी बयानबाजी कर दे रहा है जिससे पार्टी की छवी को नुकसान पहुंच सकता है।