प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेताने के बावजूद भी गोरक्षकों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है, राजस्थान के अलवर के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ के सूबे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में भी गोरक्षकों का कहर देखने को मिला है। जहां कथित गोरक्षकों ने दो किसानों को गौ तस्कर समझकर बेरहमी से पिटाई कर दी। जबकि किसान चिल्लाते रहे कि वो गौ तस्कर नहीं है। इतना ही उन्होंने गोरक्षकों से ये भी बताया कि वो हिंदू है, लेकिन गोरक्षकों ने उनकी एक न सुनी और उन पर जानलेवा हमला कर दिए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेवर कोतवाली स्थित सिरसा मांचीपुर निवासी जबर सिंह (35) और भूप सिंह (45) नाम के दो किसान एक गाय और उसके बछड़े को पास के मेहंदीपुर गांव से लेकर जा रहे थे। किसानों को यह गाय एक मुसलमान ने दान में दी थी।
पुलिस के मुताबिक, वे लोग पैदल थे और रास्ते में रुककर पेड़ के नीचे आराम करने लगे। उसी दौरान वहां पर कथित गोरक्षकों का एक दल पहुंच गया। आरोप है कि गोरक्षकों के दल में शामिल करीब आठ-नौ लोगों ने दोनों किसानों पर बिना किसी वजह के हमला कर दिया। भूप सिंह ने बताया कि बिना किसी दुश्मनी के हमला किया गया और उन लोगों ने बिना कुछ पूछे पीटना शुरू कर दिया था।
किसानों के मुताबिक, जब पीट रहे गोरक्षकों को विश्वास हो गया कि वे लोग गौतस्कर नहीं, बल्कि डेयरी के काम से जुड़े लोग हैं, तब जाकर दोनों को छोड़ा गया। एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में भूप सिंह के परिवार ने बताया कि वह लोग काफी गरीब है, उन्हें डेयरी के काम के लिए गाय की जरूरत पड़ती है।
परिवार के मुताबिक, दोनों किसानों को काफी चोट लगी हैं। इस मामले में जेवर पुलिस ने चार नामजद समेत नौ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। जेवर के एसएचओ अजय कुमार शर्मा ने बताया कि नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिसमें से पांच अज्ञात और चार जानने वाले हैं। पुलिस फिलहाल सबकी खोजबीन में लग गई है। जिन लोगों की पहचान हुई है उनके नाम महेश, आशीष, ओमपाल और गौरव है।
अलवर में गोरक्षकों द्वारा पहलू खान की हत्या
बता दें कि इससे पहले राजस्थान के अलवर के बहरोड़ थाना क्षेत्र में कथित गोरक्षकों की भीड़ द्वारा गाय लेकर जा रहे मुस्लिम समुदाय के 15 लोगों पर किए गए हमले में बुरी तरह जख्मी 55 वर्षीय पहलू खान नाम की मौत हो गई थी।मेवात जिले के नूंह तहसील के जयसिंहपुर गांव के रहने वाले पहलू खान एक अप्रैल को अपने दो बेटों और पांच अन्य लोगों के साथ जब गाय खरीदकर लौट रहे थे, तब राजस्थान के बहरोड़ में कथित गोरक्षों ने गो-तस्करी का आरोप लगाकर उन लोगों की जमकर पिटाई की।
भीड़ के हमले में अन्य लोगों के साथ बुरी तरह से पिटाई के शिकार हुए 55 साल के पहलू खान ने 3 अप्रैल को अस्पताल में दम तोड़ दिया। जबकि, बाद में मिले दस्तावेजों से साफ होता है कि उनके पास गाय ले जाने के दस्तावेज भी थे। इन रसीदों में इन लोगों द्वारा जयपुर नगर निगम और दूसरे विभागों को चुकाए गए पैसों की रसीद है, जिसके तहत वे कानूनी रूप से गायों को ले जाने का हक रखते थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मारपीट करने वाले लोग हिंदू वादी संगठनों से जुड़े थे। हैरानी की बात ये है कि गोरक्षा के नाम भीड़ कुछ लोगों को मारती रही और पुलिस वहीं खड़ी होकर तमाशा देखती रही। वहीं, राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने इस मामले में विवादित बयान देते हुए कहा था कि ‘गोरक्षकों’ ने अच्छा काम किया, लेकिन लोगों की पिटाई कर उन्होंने कानून का उल्लंघन भी किया।