दिल्ली विधानसभा चुनाव: जानिए, कौन हैं वो 15 विधायक जिनको अरविंद केजरीवाल ने नहीं दी टिकट

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दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने आठ फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया। इस सूची में 24 नए चेहरे शामिल हैं जबकि 15 मौजूदा विधायकों के नाम सूची में नहीं हैं।

दिल्ली
फाइल फोटो

नए उम्मीदवारों में आतिशी मारलेना, दिलीप पांडेय और राघव चड्ढा शामिल हैं। इन सभी ने 2019 में हुआ लोकसभा चुनाव लड़ा था। वहीं पार्टी ने कांग्रेस छोड़कर आए पांच नेताओं को भी उम्मीदवार बनाया है। सीएम अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे, वहीं उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पटपड़गंज से चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होना है और 11 फरवरी को मतों की गिनती होगी।

आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महाबल मिश्रा के बेटे विनय कुमार को द्वारका सीट से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पौत्र आदर्श शास्त्री की जगह टिकट दिया है। पार्टी ने जिन मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं उनमें विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक जगदीप सिंह (हरिनगर), सुरेंद्र ‘कमांडो’ (दिल्ली छावनी) और हाजी इशराक खान (सीलमपुर) शामिल हैं।

आप ने हाल में पार्टी में शामिल हुए पांच बार के विधायक रहे शोएब इकबाल को असीम अहमद खान की जगह मटिया महल से उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने 15 मौजूदा विधायकों के टिकट काटने के साथ ही भाजपा के कब्जे वाली चार सीटों पर भी नए उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा जिन पांच सीटों पर पार्टी के मौजूदा विधायकों ने पाला बदल लिया था उनकी जगह भी नए उम्मीदवार मैदान में उतारे गए हैं।

इन मौजूदा विधायकों का कटा टिकट

पार्टी के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर कहा कि आगामी चुनावों में 46 मौजूदा विधायक चुनाव लड़ेंगे जबकि 24 सीटों पर पार्टी की तरफ से नए चेहरे होंगे। जिन मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं मिला है उनमें पंकज पुष्कर (तिमारपुर), राम चंदर (बवाना), सुखबीर दलाल (मुंडका), हजारीलाल चौहान (पटेल नगर), विजेंद्र गर्ग (राजेंद्र नगर), अवतार सिंह (कालका जी), एन डी शर्मा (बदरपुर), राजू धिंगान (त्रिलोकपुरी), मनोज कुमार (कुंडली), चौधरी फतेह सिंह (गोकुलपुर), असीम अहमद खान (मटिया महल) शामिल हैं।

इनकी जगह पर इन नए लोगों को मिला टिकट

इनकी जगह पर, दिलीप पांडेय (तिमारपुर), जय भगवान उपकार (बवाना), धर्मपाल लाकड़ा (मुंडका), राज कुमार आनंद (पटेल नगर), राज कुमारी ढिल्लो (हरिनगर), विनय कुमार (द्वारका), विरेंद्र सिंह कादयान (दिल्ली छावनी), राघव चड्ढा (राजेंद्र नगर), राम सिंह नेताजी (बदरपुर), रोहित कुमार मेहरोलिया (त्रिलोकपुरी), कुलदीप कुमार (कुंडली), अब्दुल रहमान (सीलमपुर), सुरेंद्र कुमार (गोकलपुर) और शोएब इकबाल (मटिया महल) शामिल हैं।

दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है। हालांकि, कांग्रेस की स्थिति भी पिछले चुनाव के मुकाबले मज़बूत लग रही है। 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) को रिकॉर्ड जीत मिली थी, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर जीत प्राप्त की थी और 3 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई थी, कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।

हालांकि, 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत हुई थी और वोट प्रतिशत के लिहाज से कांग्रेस दूसरे नंबर पर पहुंच गई थी जबकि आम आदमी पार्टी (आप) तीसरे नंबर पर खिसक गई थी। (इंपुट: भाषा के साथ)

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