उत्तर प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ते जा रहें है जो रुकने का नाम ही नहीं है। जिसका ताजा मामला एक बार फिर से देखने को मिला है। राज्य के मथुरा जिले में लापता हुई 9 साल की बच्ची मृत मिली है। शव के मिलने की जानकारी के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकारियों ने कहा है कि पोस्टमार्टम की जांच में पुष्टि हुई है कि बच्ची की हत्या करने से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया था।
बच्ची सोमवार की शाम को लापता हो गई थी। मंगलवार को उसका शव मथुरा के देहरुआ गांव के बाहर मिला था। मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, मथुरा के एसएसपी गुरावत ग्रोवर ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़ित के प्राइवेट पार्ट में चोटें और ब्लड क्लॉट्स मिले हैं। मौत का कारण गले को दबाना बताया गया है।
पुलिस के मुताबिक, लड़की रात 8 बजे के आसपास अपनी ही जितनी उम्र की एक अन्य लड़की के साथ पास की दुकान से कुछ सामान खरीदने गई थी, लेकिन वापसी में केवल दूसरी लड़की अकेले अपने घर लौट आई थी। जब पीड़िता लगभग 10 बजे तक नहीं लौटी तो उसके पिता ने उसे खोजना शुरू किया। जब लड़की नहीं मिली तो उसने करीब आधी रात को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 के तहत एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसे लड़की का शव मिलने के बाद आईपीसी की धारा 302, 376 और पॉक्सो अधिनियम के तहत बदल दिया गया था। पूछताछ करने पर पीड़ित लड़की के साथ दुकान गई लड़की ने मंगलवार को खुलासा किया कि उसके चाचा बनवारी (38) दोनों को अपनी बाइक पर अपने साथ ले गए थे। वापसी में उन्होंने उसे घर छोड़ा लेकिन पीड़िता को वह अपने साथ ले गया।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि राज्य सरकार और प्रशासन दोनों इनके आगे बेबस नजर आ रहे हैं। राज्य में अपराधी इस कदर बेखौफ हो चुके हैं कि वो घटना को कही भी अंजाम देकर मौके से फरार हो जाते है। हर दिन राज्य के किसी न किसी हिस्से रेप, हत्या, लूट जैसी घनाओं की खबरें सामने आती रहती हैं। विपक्ष लगातार योगी सरकार को घेर रहा और यह मांग कर रहा है कि सीएम बोलने की बजाय प्रदेश में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने पर ध्यान दें।