गोरखपुर हादसे के बाद अब फर्रुखाबाद के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 49 बच्चों की मौत

0

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में नवजातों की मौत का मामला अभी ठंडा ही नहीं हुआ कि अब फर्रुखाबाद में ऑक्सीजन की कमी से 49 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, फरूखाबाद के डॉक्टर राममनोहर लोहिया संयुक्त अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में कथित तौर पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से एक महीने में 49 बच्चों की मौत हो गई है। बता दें कि इससे पहले गोरखपुर में भी 10 से 12 अगस्त के बीच ऑक्सीजन की कमी से 36 बच्चों की मौत हो गई थी।

(REUTERS Representative Photo)

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जांच रिपोर्ट में इन बच्चों की मौत की वजह ऑक्सीजन व दवाओं की कमी और इलाज में लापरवाही बताई गई है। मामला सामने आने के बाद फर्रुखाबाद के एसपी दयानंद मिश्रा ने बताया कि इस मामले में सीएमओ, सीएमएस और लोहिया अस्पताल के कुछ डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई जांच प्रक्रिया के आधार पर की जाएगी।

इस मामले की जब शिकायत डीएम अरविंद कुमार तक पहुंची तो उन्होंने एसडीएम को इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। डीएम के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर की टीम ने पूरे मामले की जांच की। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का कहना है कि पूरे मामले को गंभीरता से लिया गया है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

ABP के मुताबिक, शुरूआती जांच में यह बताया गया है कि कुछ बच्चों की मौत ऑक्सीजन की सप्लाई रुकने की वजह से हो सकती है। फिलहाल मामसे की आगे भी जांच की जा सकती है। मामला सामने आने के बाद रविवार देर रात अस्पताल के चीफ मैडिकल ऑफिसर (सीएमओ) और चीफ मैडिकल सुप्रीटेंडेंनट (सीएमएस) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

दरअसल, 30 अगस्त को जिलाधिकारी ने एसएनसीयू वार्ड का निरीक्षण कर शिशुओं के बारे में जानकारी ली थी। उस दौरान जिलाधिकारी को इस बात की जानकारी दी गई कि 20 जुलाई से 20 अगस्त के बीच 49 मासूमों की मौत बीमारी के चलते हुई, जबकि बच्चों के परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन न मिलने और इलाज में लापरवाही की वजह से बच्चों की मौत हुई है।

BRD मेडिकल कॉलेज में 290 बच्चों की मौत

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में नवजातों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मेडिकल कालेज में सिर्फ अगस्त महीने 290 बच्चों की मौत हो चुकी है।

न्यूज एजेंसी PTI को आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पिछले रविवार(27 अगस्त) और सोमवार(28 अगस्त) को नवजात सघन चिकित्सा कक्ष (एनआईसीयू) में 26 तथा इंसेफेलाइटिस वार्ड में 11 समेत कुल 37 बच्चों की मृत्यु हुई है।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पी. के. सिंह ने बताया कि इस वर्ष अब तक इंसेफेलाइटिस, एनआईसीयू तथा सामान्य चिल्ड्रेन वार्ड में कुल 1250 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस माह 28 अगस्त तक एनआईसीयू में 213 और इंसेफेलाइटिस वार्ड में 77 समेत कुल 290 बच्चे मरे हैं।

 

Previous articleTribal brother-sister duo killed in Jharkhand on suspicion of being witch
Next articleGun battle between militants and security forces in Baramulla, two militants killed