आज से शुरू होगा विश्व हिंदी सम्मलेन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन

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भोपाल में आज से शुरू होने जा रहा है 10वां विश्व हिंदी सम्मलेन। आज से करीब 32 साल पहले यह सम्मलेन हुआ था। गुरूवार सुबह दस बजे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मलेन का उदघाटन करेंगे। बस कुछ ही देर में मोदी भोपाल पहुंच जाएंगे। मोदी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर रामधारी दिनकर सभाग्रह पहुचेंगे।

कार्यक्रम का उदघाटन और सम्बोधन कर मोदी वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। इस सम्मलेन में लगभग 39 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया है। विदेश मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया ये आयोजन 10 से 12 सितम्बर तक चलेगा।

12 तारीख को इस आयोजन के समापन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन भी हिस्सा लेंगे।

गुरुवार को आयोजित इस सम्मलेन में हिंदी शिक्षण और विदेशियों के लिए भारत में हिंदी अध्ययन की सुविधा विषय पर भी सत्र होंगे। और इन सत्रों में वक्ताओं में राज्यसभा सांसद तरुण विजय, कवि एवं साहित्यकार अशोक चक्रधर, न्यूयॉर्क के प्रधान कौंसुल ज्ञानेशवर मुले, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकार्तिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीके कुठियाला, अटल बिहारी बाजपेयी और हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मोहनलाल छीपा भी शामिल होंगे।

जिस तरह कंप्यूटर पर इंग्लिश टाइप करते वक़्त ग्रामर की हुई कोई भी गलती पकड़ने के लिए सॉफ्टवेयर है, उसी तरह हिंदी में लिखने वालो के लिए भी ये सुविधा दी जाएगी।

जल्द ही महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा एक इस प्रकार का सॉफ्टवेयर बना रहा है जो हिंदी में लिखने पर किसी भी प्रकार की व्याकरण में की गई गलतियों को पकड़ने में समर्थ होगा।

इससे पहले भी एक बार यह विश्वविद्यालय “सक्षम” नाम से एक स्पेलिंग चेकर सॉफ्टवेयर बना चूका है जो हिंदी में लिखे गए शब्दों की सही स्पेलिंग बता देता है।

इस नए प्रयोग की जानकारी लेकर यह विश्वविद्यालय इस विश्व हिंदी सम्मलेन में हिस्सा ले रहा है। इस विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विभाग के प्रमुख डॉ. गिरीश चन्द्र पाण्डेय के मुताबिक इस तरह का सॉफ्टवेयर जो हिंदी में व्याकरण की गलती पकड़ सके पहली बार ही बनाया गया है।

और यही नहीं शुरूआती जांच में ही इसके बेहतरीन नतीजे आरहे हैं। सिर्फ इतना ही नही विवि ने हिंदी के वाक्यो का विश्लेषण करने के लिए भी एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। यदि आप वर्डपैड पर काम कर रहे हैं तोह कोई भी हिंदी का वाक्य लिखते वक़्त यह सॉफ्टवेयर आपको बता देगा कि कौन सा शब्द संज्ञा, सर्वनाम व विश्लेषण है।

इससे आप कोई भी वाक्य हिंदी से अंग्रेजी में कर सकते हैं। इसी के साथ विश्विद्यालय ने एक वर्धा नाम का कोष भी विकसित किया है, जिसमें करीब 60 से 70 हिंदी के शब्द मौजूद होंगे। और जल्द ही एक देवनागरी को रोमन लीपी में रूपांतरित करने वाला एक सॉफ्टवेयर भी यह विश्वविद्यालय विकसित करने वाला है।

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