अमेरिका के शिकागो में एक बुजुर्ग सिख-अमेरिकी को “आतंकवादी” और “बिन लादेन ” कह कर बेहरहमी से मारा गया। 11 सितम्बर को अमेरिका में होने वाले हमलों की 14वीं वर्षगाँठ से बस एक दिन पहले इस बुजुर्ग को कथित तौर पर पीटा गया।
इंद्रजीत सिंह मुक्केर को कार से बाहर खींचा गया, उसके बाद हमलावरों ने ज़ोर- जोर से “आतंकवादी, ओसामा बिन लादेन अपने देश वापस जाओ!”के नारे लगाए।
सिख कोअलिशन द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, इंद्रजीत सिंह मुक्केर एक अमेरिकी नागरिक हैं और दो बच्चों के पिता हैं। वह अपनी दूकान के लिए जा रहे थे कि तभी उनकी कार को घेर कर हमलावर चिल्लाने लगे, और आक्रामक तरीके से वाहन के दरवाज़े खटखटाने लगे।
उसके बाद हमलावारों ने गाड़ी पर हमला करते हुए मुक्केर के चेहरे पर वार करना शुरू कर दिया। जिसके बाद वह बेहोश हो गए और हमले उनके मुंह की हड्डी टूट गयी।
इस घटना के बाद उन्हें एक नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया जहाँ उनको छह टांकें लगाए गए। फ़िलहाल संदिग्ध आरोपी हिरासत में हैं।
वहीं इस मामले के बाद मुक्केर का कहना है कि “किसी भी अमेरिकन को हमारे देश आकर अपने धर्म या अपने कर्त्तव्य को निभाने के लिए डरने की ज़रूरत नहीं है।”
उन्होंने बताया कि,”मैं अधिकारियों का उनकी तेज़ी की प्रतिक्रिया और अपराधियों की व्यक्तिगत गिरफ्तार करने के लिए आभारी हूं, लेकिन इस तरीके का अपराध घृणा का पात्र है। हम जोखिम के साथ लगातार हो रहे इस देश में सिखों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों के साथ हो रहे असहिष्णुता, दुर्व्यवहार और हिंसा का सामने कर रहे हैं।”
सिख कोअलिशन के कानूनी निदेशक हरसिमरन कौर ने कहा की,”मुक्केर को सिख धार्मिक उपस्थिति या जाति या राष्ट्रीय मूल के आधार पर उस पर निशाना साधा गया है। ”
पिछले साल अगस्त में भी इसी तरह, न्यूयॉर्क शहर में संदीप सिंह जो की एक सिख पिता हैं, उनको भी “आतंकवादी ” कहकर बुलाया उसके बाद 30 फुट तक घसीटा गया था।
वर्ष 2012 में ओक क्रीक, विस्कॉन्सिन में छह निर्दोष सिख को एक बंदूकधारी ने गुरुद्वारे जा कर मार डाला था।