पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस नंदीग्राम घटना की सबसे बड़ी लाभार्थी बनकर उभरी है, जहां राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि एक साजिश के तहत उन पर ‘हमला’ किया गया था। नंदीग्राम में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान अज्ञात बदमाशों ने कथित रूप से सीएम ममता बनर्जी को धक्का दे दिया था, जिसके कारण वह जमीन पर गिर गयीं तथा उनके पैर और कमर में चोट आई है।
घटना के बाद आईएएनएस सी वोटर के सर्वेक्षण के अनुसार, 44.1 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि नंदीग्राम की घटना के बाद तृणमूल सबसे अधिक लाभान्वित होगी। जबकि 34.1 फीसदी लोगों ने कहा कि भाजपा को फायदा होगा और 12.2 फीसदी लोगों ने कहा कि घटना के बाद लेफ्ट-कांग्रेस को फायदा होगा।
44.2 फीसदी की संख्या में उत्तरदाताओं ने कहा कि ममता बनर्जी का दावा सही है। उन्होंने दावा किया कि उन पर हमला किया गया था और यह एक साजिश थी। विपक्षी दलों ने उनके दावों का खंडन किया और कहा कि वह सहानुभूति हासिल करने की कोशिश कर रही हैं। पोल में पूछा गया कि ‘किसका दावा सही है’, 39.2 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि विपक्ष का दावा सही है।
हालांकि, नंदीग्राम की घटना की सीबीआई जांच की भाजपा की मांग पर 49.2 प्रतिशत लोगों ने सहमति जताई, जबकि 29.2 प्रतिशत सहमत नहीं थे। यह दिलचस्प है कि 53.6 प्रतिशत कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि तृणमूल इस घटना के बाद लाभान्वित होगी, उसके बाद 28 प्रतिशत वामपंथियों और 22.2 प्रतिशत भाजपा समर्थकों का भी ऐसा ही मानना है। तृणमूल के साठ-सत्तर फीसदी समर्थकों का भी कहना है कि उनकी पार्टी को फायदा होगा।
जबकि 23.2 फीसदी कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि भाजपा को फायदा होगा, उसके बाद लेफ्ट के 21.5 फीसदी और तृणमूल के 14.1 फीसदी समर्थकों का ऐसा मानना है। 59.3 फीसदी भाजपा समर्थकों का कहना है कि भगवा पार्टी को फायदा होगा।
गौरतलब है कि, ममता बनर्जी बुधवार को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार करने के दौरान घायल हो गई थीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि चार-पांच लोगों ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण वह जमीन पर गिर गईं और उनके बांए पैर, कमर, कंधे और गर्दन में चोट आई है। इसके बाद मुख्यमंत्री को कोलकाता ले जाया गया, जहां के एसएसकेएम अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम उनका इलाज कर रही है। डॉक्टरों ने बताया है कि मुख्यमंत्री के बायें पैर के टखने तथा पांव की हड्डियों में गंभीर चोट आई हैं और उनके दायें कंधे, हाथ तथा गले पर भी चोट लगी है और उनका उपचार चल रहा है।
294 सदस्यीय बंगाल विधानसभा के लिए 8 चरणों में मतदान होंगे। बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक वोट डाले जाएंगे। राज्य में पहले चरण के लिए 27 मार्च को 30 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इसके बाद दूसरे चरण की 30 सीटों पर 1 अप्रैल को मतदान होगा। तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को वोटिंग होगी। पांचवें चरण की 45 सीटों पर 17 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को वोटिंग होगी। बंगाल में आठवें और अंतिम फेज का चुनाव 29 अप्रैल को होगा, जहां 35 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। (इंपुट: IANS के साथ)