बिहार की राजधानी पटना में पिछले दो दिनों से हुई भारी बारिश के कारण यहां के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के कुछ वार्ड सहित आईसीयू में पानी भर गया है। हालत इतनी बुरी है कि अस्पताल के डॉक्टर पानी के बीच खड़े होकर मरीजों का इलाज करने पर मजबूर हैं। मरीजों के इलाज में हो रही कठिनाइयों का जिक्र करते हुए आईसीयू वार्ड की एक नर्स का कहना है कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो ‘हम भी बीमार पड़ जाएंगे’।
समाचार एजेंसी भाषा के हवाले से एक न्यूज़ वेबसाइट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि जलजमाव के मद्देनजर औषधि विभाग के गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती मरीजों को सर्जिकल वार्ड के आईसीयू में स्थानांतरित किया गया है तथा पंप की मदद से पानी निकासी का काम लगातार जारी है।
एनएमसीएच के परिसर, वार्डों और आईसीयू में करीब घुटने तक जलभराव के कारण वहां कार्यरत अस्पताल कर्मियों के साथ मरीजों के अभिभावकों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एनएमसीएच में भर्ती एक मरीज के अभिभावक ने कहा कि अगर आगे भी यहीं स्थिति बनी रही तो वे भी बीमार पड़ जाएंगे।
एनएमसीएच के आईसीयू वार्ड की एक नर्स ने भी जलभराव के कारण मरीजों के इलाज में हो रही कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा, ‘हम भी बीमार पड़ जाएंगे, आप यहां हुए जलभराव में मछली के तैरने के साथ कभी कभी बिच्छु और सांप भी तैरते हुए पा सकते हैं।’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सौ एकड़ में फैले इस अस्पताल में मरीजों के लिए 750 बेड हैं। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, नालंदा मेडिकल कॉलेज जैसा ही हाल बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी के घर के बाहर भी दिखा। पटना में सुशील मोदी के घर के बाहर पानी जमा हो गया है। पानी में डिप्टी सीएम जद्दोजहद करते दिखे।
Patna: Waterlogging outside the residence of #Bihar Deputy Chief Minister Sushil Modi following heavy rainfall in the city pic.twitter.com/BN0Ug5chaN
— ANI (@ANI) July 29, 2018