पाकिस्तान की सरजमीं पर हुए भारतीय वायुसेना के एयरस्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर भारत में सरकार और विपक्ष आमने-सामने है। एयरस्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए, इसकी संख्या का सबूत मांगने वाले विपक्षी नेताओं पर केंद्रीय मंत्री जनरल वी. के. सिंह ने अलग अंदाज में हमला बोला है।
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने बुधवार की सुबह ट्वीट कर लिखा, ‘रात 3.30 बजे मच्छर बहुत थे, तो मैंने HIT मारा। अब मच्छर कितने मारे, यह गिनने बैठूं, या आराम से सो जाऊं?’ बता दें कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से कई विपक्षी नेता इस बात के सबूत मांग रहे हैं कि इस कार्रवाई में कितने आतंकी मारे गए है।
रात ३.३० बजे मच्छर बहुत थे,
तो मैंने HIT मारा।
अब मच्छर कितने मारे, ये गिनने बैठूँ,
या आराम से सो जाऊँ? #GenerallySaying
— General Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 6, 2019
वीके सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘अगली बार जब भारत कुछ करे तो मुझे लगता है कि विपक्षी जो ये प्रश्न उठाते हैं, उनको हवाई जहाज के नीचे बांधकर ले जाएं, जब बम चले तो वहां से देख लें टार्गेट, उसके बाद उनको वहीं पर उतार दें, उसके बाद वे संख्या गिन लें और वापस आ जाएं।’
अमित शाह के दावों को वायुसेना ने किया खारिज
बता दें कि विभिन्न भारतीय मीडिया रिपोर्ट्स में तरह-तरह के आंकड़ों के बाद अब केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में दावा किया था कि वायुसेना की एयर स्ट्राइक में करीब 250 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए। शाह ने रविवार को बताया कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक में 250 आतंकियों को मार गिराया।
हालांकि, अमित शाह के दावों को लेकर सोमवार (4 मार्च) को उस वक्त नया मोड़ आ गया जब खुद भारतीय वायुसेना प्रेस कॉन्फेंस कर बीजेपी अध्यक्ष के दावों को सिरे से खारिज कर दिया। वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने सोमवार को कहा कि वायुसेना मरने वालों की गिनती नहीं करती और बालाकोट आतंकी शिविर पर हवाई हमले में हताहत लोगों की संख्या की जानकारी सरकार देगी।
इससे पहले भी एक महत्वपूर्ण बयान में भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के दौरान आतंकियों के मारे जाने की संख्या को लेकर टीवी चैनलों द्वारा किए गए दावों का खंडन कर चुका है। बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाने से नुकसान के बारे में एक सवाल के जवाब में भारतीय वायु सेना के एबीएम आर जी के कपूर ने कहा था कि हमारे पास साक्ष्य हैं कि जो करना चाहते थे, जो लक्ष्य था, हमने उसे हासिल किया है।
केंद्रीय मंत्री भी मीडिया रिपोर्ट्स को कर चुके हैं खारिज
इस बीच केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया ने भी कहा है कि पाकिस्तान में आतंकी शिविर पर हमले का उद्देश्य मानवीय क्षति पहुंचाना नहीं, बल्कि एक संदेश देना था कि भारत दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर प्रहार कर सकता है। सिलिगुड़ी में शनिवार को पत्रकारों से वार्ता में अहलूवालिया ने यह भी कहा कि सरकार ने हवाई हमले के हताहतों पर कोई आंकड़ा नहीं दिया है, भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया ही मारे गए आतंकियों की “अपुष्ट आंकड़े” की चर्चा कर रहा है।
बता दें कि तमाम भारतीय अंग्रेजी-हिंदी न्यूज चैनलों ने सरकार के सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि भारतीय जवानों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर को तबाह कर दिया है, जिसमें 300 से अधिक की संख्या में आतंकवादी और उनके प्रशिक्षक मारे गए। हालांकि, भारत सरकार ने हताहतों के दावों पर अभी तक कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं की है।
14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 से अधिक जवान शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इसके बाद भारत सरकार ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैम्प पर एयर स्ट्राइक करने का दावा किया था, लेकिन भारत की ओर से अभी तक आधिकारिक तौर पर अबतक ये नहीं बताया गया कि इस एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए।